नई दिल्ली। सरकार यस बैंक के रेस्क्यू प्लान के लिए एसबीआई की योजना मंजूर कर सकती है। सरकार एसबीआई को यस बैंक में हिस्सा खरीदने के लिए कंसोर्शियम बनाने को कह सकती है। नकदी की किल्लत से जूझ रहे यस बैंक को जुलाई-सितंबर तिमाही में 629 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
बैंक के शेयर में जोरदार उछाल
इन खबरों के बाद यस बैंक के शेयर में जोरदार उछाल आया। दोपहर 12:08 बजे यस बैंक का शेयर 7.55 अंक यानी 25.77 फीसदी की तेजी के साथ 36.85 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं शुरुआती कारोबार में यह 29.40 के स्तर पर खुला था। पिछले कारोबारी दिन यस बैंक का शेयर 29.30 पर बंद हुआ था। वहीं भारतीय स्टेट बैंक की बात करें, तो इस दौरान इसमें 7.25 अंक यानी 2.54 फीसदी की बढ़त देखी गई थी और यह 292.55 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं शुरुआती कारबार में यह 290.90 के स्तर पर खुला था।
एसबीआई चेयरमैन ने किया खंडन
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक को इस कंसोर्शियम के दूसरे सदस्यों को भी चुनने का अधिकार दिया गया है। लेकिन एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने इन खबरों का खंडन किया है। रजनीश कुमार ने कहा है कि ये खबर सिर्फ अटकलों पर अधारित है।
दरअसल, यस बैंक आर्थिक संकट से गुजर रहा है और बैंक को फंड की सख्त जरूरत है। यस बैंक के फंड जुटाने की योजना के सामने रेगुलेटरी मुश्किलें भी हैं। मौजूदा समय में यह साफ नहीं है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) यस बैंक में 74 फीसदी से ज्यादा विदेशी हिस्सेदारी की अनुमति देगा या नहीं। लेकिन रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई निवेश की अनुमति देने से पहले लॉक-इन कमिटमेंट चाहता है। यानी लेंडर कंपनी तय ब्याज दर और तय अवधि के लिए ही लोन देगी।
जनवरी में एसबीआई चेयरमैन ने दिया था बयान
इससे पहले जनवरी में एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा था कि यस बैंक विफल नहीं होगा। यस बैंक की बैलेंस शीट 40 बिलियन डॉलर यानी 40 अरब डॉलर की है और यह बाजार में बेहद अहम है। उन्होंने कहा है कि, उन्हें भरोसा है कि इसका समाधान जरूर निकलेगा। यस बैंक का विफल होना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा नहीं होगा। उन्होंने यह तब कहा जब मीडिया रिपोर्ट्स में यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि आर्थिक संकट से गुजर रहे यस बैंक को बचाने के लिए सरकार एसबीआई से कह सकती है। दिसंबर 2019 में रजनीश कुमार ने कहा था कि यस बैंक के लिए एसबीआई कुछ नहीं करेगा।