Unani dawai: यूनानी चिकित्सा से इन खतरनाक बीमारियों का भी इलाज संभव , यूनानी चिकित्सा एक बहुत पुरानी चिकिस्ता प्रणाली है. कई दशकों पहले इलाज की इस प्रणाली का बड़े पैमाने पर यूज किया जाता था, लेकिन एलौपेथिक ट्रीटमेंट के बढ़ते चलन के बाद लोग यूनानी को भूल गए, लेकिन यूनानी चिकित्सा की मदद से कई गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा सकता है.
दुनियाभर में 11 फरवरी को विश्व यूनानी दिवस मनाया जाता है. यह दिन प्रसिद्ध यूनानी चिकित्सक हकीम अजमल खान की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यूनानी दिवस कामकसद लोगों को यूनानी चिकित्सा के बारे में जागरूक करना है. यूनानी एक पुरानी चिकित्सा प्रणाली है. एलोपैथिक ट्रीटमेंट से पहले यूनानी दवाएं काफी प्रचलित थीं. कई बीमारियों का इससे इलाज भी किया जाता था. यूनानी बीमारी की रोकथाम और इलाज दोनों पर फोकस करती थी, लेकिन बीते कुछ दशकों में इससे इलाज कराने वालों की संख्या कम हो रही है, लेकिन कुछ ऐसी बीमारियां हैं जो यूनानी चिकित्सा की मदद से ठीक हो सकती हैं.
यूनानी चिकित्सा पद्धति शरीर के हर अंग में मौजूद बीमारी का इलाज कर सकती है. यूनानी दवाएं एंटी- बैक्टीरियल और एंटी- इंफ्लेमेट्री होती हैं, जो शरीर से दर्द, सूजन और खतरनाक बैक्टीरिया को खत्म करती हैं. यूनानी दवाओं की मदद से पेट की बीमारी, स्किन की बीमारी, गठिया से लेकर हार्ट डिजीज तक का इलाज किया जाता है, हालांकि एलोपैथी की तरह इसमें तुरंत आराम नहीं मिलता, लेकिन यूनानी की मदद से बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है. इसमें मरीज के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और बीमारी की असल वजह को पहचानकर उसको खत्म करने पर काम किया जाता है. यूनानी में आज के समय की खतरनाक बीमारियों का भी इलाज हो सकता है.
डायबिटीज भी हो सकती है कंट्रोल
आज के समय में डायबिटीज एक बहुत बड़ी समस्या है. यूनानी की मदद से इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है. यूनानी दवाएं बल्ड में शुगर लेवल को कम करती हैं, जिससे डायबिटीज कंट्रोल होती है. यूनानी चिकित्सा में डायबिटीज को काबू में करने के लिए विशेष जड़ी-बूटियों से दवाएं तैयार की जाती हैं, जो इंसुलिन में β सेल्स बनाती हैं और इससे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है.
हार्ट की बीमारियां
बीते कुछ सालों से दिल की बीमारियां काफी बढ़ रही हैं. यूनानी की मदद से हार्ट डिजीज को भी काबू में किया जा सकता है. हाकिम इब्न सिना ने 63 तरह की यूनानी दवाओं का जिक्र अपनी एक किताब में किया है. उन्होंने बताया है कि यूनानी चिकित्सा की मदद से दिल को फिट रखने और हार्ट अटैक जैसी समस्या से बचाव किया जा सकता है.
इस तरीके से होता है इलाज
यूनानी में मरीज के रक्त, कफ, पीला पित्त और काला पित्त को संतुलित किया जाता है. इनके संतुलन से कई बीमारियां काबू में आ जाती है. यूनानी में बुखार और सर्दी का भी इलाज है. सर्दी लगने पर गर्म दवाएं दी जाती हैं और अगर किसी को बुखार आ रहा है तो मरीज के शरीर को ठंडा रखा जाता है. इस दौरान पित्त का संतुलन फिर से ठीक किया जाता है. इसके लिए मरीज को मलत्यागने, पेशाब करने और उल्टी लगाने की विशेष दवाएं दी जाती हैं. इससे पूरा शरीर डिटॉक्स हो जाता है.