नई दिल्ली राज्यसभा (Rajya Sabha) में गुरुवार को आसन ने तृणमूल कांग्रेस सदस्य डोला सेन (Dola Sen) को गले में पहना गया उनका लॉकेट हटाने को कहा जिस पर ‘नो एनआरसी, नो सीएए’ लिखा हुआ था. आसन ने उन्हें यह निर्देश तब दिया जब सदन में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा हो रही थी.
तृणमूल सदस्य डोला सेन जब बोलने के लिए खडीं हुईं तो पीठासीन उपसभापति कहकशां परवीन ने उन्हें अपना लॉकेट हटाने को कहा. डोला सेन ने कहा कि यह उनका आभूषण है. इस पर आसन ने उनसे सदन की गरिमा का सम्मान करने को कहा. आसन के जोर देने पर डोला सेन ने गले में पहना लॉकेट उतार दिया.
वहीं, सीएए को लेकर विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधर ने राज्यसभा में कहा, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) भारत में रह रहे वंचित वर्ग की लंबे समय से चली आ रही स्थिति में सुधार के लिए उठाया गया ठोस कदम है. उन्होंने कहा, इससे भारत के किसी भी नागरिक के दर्जे में किसी भी तरह से कोई असर नहीं पड़ेगा या इससे किसी भी धर्म से ताल्लुक रखने वाले , किसी भी भारतीय की नागरिकता पर आंच नहीं आएगी.
विदेश राज्य मंत्री ने दिसंबर में सीएए को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त के प्रवक्ता की टिप्पणी को लेकर उन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा,‘‘ सरकार ने तुरंत मानवाधिकार उच्चायुक्त के समक्ष विरोध दर्ज कराया और साफ शब्दों में कहा कि यह कानून मानवीय उपाय है और भारत के अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दायित्वों के अनुरूप है,’’