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13 Mar 2025, Thu

शहर का अमन-चैन छीन रहा प्रदर्शनी का क्षणिक मनोरंजन

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शहर का अमन-चैन छीन रहा प्रदर्शनी का क्षणिक मनोरंजन

अंजुमन स्कूल में किस उद्देश्य से प्रदर्शनी की मिली अनुमति ,अराजक यातायात से कराह उठा शहर

पुलिस-प्रशासन की शर्मनाक भर्राशाहीपूर्ण व्यवस्था से प्रदर्शनी नशेडिय़ों असाजिक तत्वों का अड्डा बना

जिला चिकित्सालय का संवेदनशील इलाका भीषण ध्वनि प्रदूषण से दूषित

प्रदर्शनी संचालक के पास शहर के संभ्रांत परिवार की सुरक्षा के लिये निजी सुरक्षा गार्ड नहीं,पुलिस निभा रही बीआईपी ड्यूटी

कलेक्टर-एसपी गोपनीय तरीके से रविवार को प्रदर्शनी का अवलोकन कर स्वयं देखे अस्पताल रोड के हालात

कटनी।लोकसभा चुनाव में आचार संहिता का नियमबद्ध पालन कराने वाले पुलिस- प्रशासन के अफसरों को गुमराह करते हुये सरकारी जिला चिकित्सालय मुडवारा रेलवे स्टेशन जैसे संवेदनशील इलाके में भीषण धवनि प्रदूषण अराजकता फैलाने वाले प्रदर्शनी व्यापार को शहर के बीचोंबीच किस उद्देश्य से अंजुमन स्कूल में कामर्शियल अनुमति प्रदान कर दी गयी यदि अनुमति नहीं है,तो प्रदर्शनी पर रोक क्यों नहीं लगायी जा रही है।

जबकि रविवार को भारी भीड के कारण मरीजों को अराजकता के कारण जिला चिकित्सालय तक पहुंचने में मशक्कत करना पडती है।।एम्बुलेंस जाम में घंटों फंस रही है।पुलिस स्टेट बैंक के समीप वेरीगेट्स लगाकर प्रदर्शनी संचालन को बीआईपी ड्यूटी दे रही है।

कलेक्टर एसपी रविवार को गोपनीय तरीके से अस्पताल रोड एवं प्रदर्शनी का अवलोकन करे तो दोनों अधिकारी प्रदर्शनी बंद करने त्वरित निर्णय लेने आतुर हो सकते है।क्षणिक मनोरंजन का साधन मरीजों से लेकर मुसाफिरों का अमन चैन छीन रहा है।।प्रदर्शनी के एक स़ंचालक के लिये शहर के वाशिंदों को अराजकता और अव्यवस्था की भेंट चढा दिया गया।प्रदर्शनी में असामाजिक तत्वों नशेडिय़ों जेबकटों के लिये एक सुरक्षित अड्डा साबित हो रहा है।शहर की माताएं बहने एक बार यहाँ आने के बाद दोबारा कभी नहीं आने का संकल्प ले रही है।

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संवेदनशील जिला अस्पताल के इलाके में भीषण ध्वनि प्रदूषण

संवेदनशील जिला चिकित्सालय एवं मुडवारा रेलवे स्टेशन मार्ग होने के बावजूद भी अंजुमन स्कूल में पुलिस प्रशासन एवं राजनीतिक संरक्षण के चलते प्रदर्शनी के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पुलिस द्वारा प्रदर्शनी संचालक के इशारे पर भारतीय स्टेट बैंक के सामने वेरी गेट्स लगाकर वाहनों को रोक दिया जाता है बताया जाता है कि पुलिस बीआईपी नेताओं की तरह प्रदर्शनी संचालक को समर्थन दे रही है जबकि प्रदर्शनी संचालक स्वयं के सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं किये है उसका फर्ज पुलिस को बेवजह निभाना पड रहा है।बताया जाता है कि मिली भगत से प्रदर्शनी में भारी अनियमितताओं के बावजूद भी पुलिस पूरी तरह से चौकीदारी का किरदार निभाने मजबूर हो रही है चूंकि वारदात होगी तो थाना क्षेत्र पर आंच आयेगी।कोतवाली टीआई आशीष शर्मा को भी सब काम छोडकर प्रदर्शनी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभानी पड रही है वे भी राउंड मार रहे है।

पार्किंग नहीं आग बुझाने संसाधन नहीं

अंजुमन स्कूल में प्रदर्शनी संचालक को लेकर निचले स्तर के अधिकारियों द्वारा संभवतःशहर के बीचो-बीच फैलने वाली व्यापक अव्यवस्था से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत नहीं कराया गया जबकि गत वर्ष भारी अवस्था के मध्य एक अधिवक्ता की शिकायत पर अंजुमन स्कूल में प्रदर्शनी संचालक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और यह प्रदर्शनी उत्कृष्ट विद्यालय के सामने स्थित मैदान में लगाई गई थी।

इस वर्ष मनोरंजन के इस साधन के प्रदर्शनी संचालक द्वारा सांठगांठ करते हुए अंजुमन स्कूल में ही प्रदर्शनी का संचालन करने के लिए सहमति हासिल कर ली।।बताया जाता है कि एक अधिवक्ता इस अव्यवस्था पर माननीय न्यायालय के समक्ष याचिका दायर करने की रूपरेखा बना रहे है।

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रविवार के दिन भीड़ से हालात बेकाबू,गंभीर वारदात की आशंका

रविवार के दिन प्रदर्शनी में भारी भीड से अंदर बाहर दोनों तरफ हालात बेकाबू है भगदड मचने और आसामाजिक नशेडिय़ों की घुसपैठ से किसी भी दिन गंभीर वारदात घटित हो सकती है जिसके लिये जिम्मेदार कौन होगा। अंजुमन स्कूल की जगह कम होने से भीड़ के मध्य नजर लोगों का दम घुट रहा है वही पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण जैन स्कूल एवं भारतीय स्टेट बैंक सहित रेलवे स्टेशन तक लोगों के वाहन खड़े हो रहे हैं जिससे आवागमन में भारी व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।

स्कूलों में वैवाहिक समारोह प्रतिबंधित तो प्रदर्शनी की अनुमति कैसे मिली

शासन प्रशासन के निर्देश पर स्कूलों में वैवाहिक समारोह सहित अन्य आयोजन पूरी तरह प्रतिबंधित किये जाने के निर्देश है मगर प्रदर्शनी को अनुमति कैसे मिल गयी यह शहर के लोग जानना चाह रहे है।

 

By Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम