Surya Half Marathon: उम्र की नहीं, जोश की दौड़: सूर्या हाफ मैराथन।सूर्या हाफ मैराथन में बच्चों, युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने मिलकर एक अद्भुत संगम बनाया। इस आयोजन में सेना और नागरिकों ने एक साथ भाग लेकर एक नए कीर्तिमान का निर्माण किया¹। यह आयोजन एक अद्वितीय मंच प्रदान करता है जहां विभिन्न आयु वर्गों और पृष्ठभूमियों के लोग एक साथ आते हैं और अपनी भागीदारी के माध्यम से एकता और सामाजिक समर्थन को बढ़ावा देते हैं।
इस मैराथन में लगभग 11,000 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें विभिन्न आयु वर्गों के लोग शामिल थे। यह आयोजन न केवल एक खेल आयोजन है, बल्कि यह समुदाय की भावना को बढ़ावा देता है और लोगों को स्वस्थ जीवनशैली की दिशा में प्रेरित करता है।
मुख्य आकर्षण:
विविध आयु वर्गों की भागीदारी_: बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी ने इस आयोजन में भाग लिया।
सेना और नागरिकों का संयोजन_: सेना और नागरिकों ने मिलकर एक नए कीर्तिमान का निर्माण किया।
समुदाय की भावना_: यह आयोजन समुदाय की भावना को बढ़ावा देता है और लोगों को एक साथ लाता है
भारतीय सेना द्वारा सूर्या हाफ मैराथन के दूसरे संस्करण का आयोजन रविवार को संस्कारधानी के कोबरा मैदान (फिटनेस प्लैनेट) में किया गया। इसमें हर उम्र, हर वर्ग के लोगों का सेना के साथ तालमेल और अनुशासन काबिले तारीफ था।
एक स्थान पर 10 हजार से अधिक लोगों ने लगाई दौड़
10 हजार से अधिक लोगों का एक स्थान पर जमावड़ा और उनमें दौड़ पूरी करने का जज्बा देखते ही बनता था। संस्कारधानी में सुबह भाेर फटने के पहले ही खेल को चाहने वाले उसके प्रशंसक व धावक स्टार्ट प्वाइंट पर पहुंच गए थे।
बुजुर्गों ने भी भाग लिया
तीन से 21 किमी तक की इस प्रतियोगिता को चार श्रेणियों में आयोजित किया गया। जिसमें बच्चे-युवाओं के साथ महिलाओं और बुजुर्गों ने भी भाग लिया। दिव्यांगों में भी उत्साह देखते ही बनता था।
मैराथन ट्राफी इन्हें मिली
- ओपन श्रेणी में एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रथम स्थान अरविंद और सोनिका ने प्राप्त किया।
- 10 किलोमीटर दौड़ के लिए 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार अश्विनी चौधरीऔर भारती ने जीताा।
- पांच किमी के लिए बीस हजार रुपये का नकद पुरस्कार अखिलेश यादव और खुशी रघुवंशी ने जीता।
- सभी प्रतिभागियों को उनकी प्रतिस्पर्धियों को फिनिशर मेडल और सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए।
सूर्या हाफ मैराथन की प्रशंसा
सूर्या हाफ मैराथन के मंच से महापौर जगत बहादुर सिंह ने नारा लगाकर हजारों की संख्या में उपस्थित धावकों में जोश व उत्साह भर दिया। इसके पश्चात उन्होंने कहा कि भारतीय सेना कीर्तिमान ही नहीं रचती बड़े परोपकार भी करती है।
सूर्या हाफ में आकर्षण का प्रमुख केंद्र पांच साल की प्रज्ञा भदौरिया रही। प्रज्ञा ने पांच किमी की दौड़ में भाग लिया और 24 मिनट 15 सेकंड में दौड़ पूरी कर मिसाल कायम की। पूरे आत्मविश्वास के साथ उसने अपने कदम बढ़ाए और दौड़ पूरी करने में सफलता हासिल की।
भारतीय सेना की माइक्रोलाइट टीम ने हवाई करतब दिखते हुए धावकों और दर्शकों के ऊपर पुष्प वर्षा की और लोगों का उत्साहवर्धन किया। साथ ही हथियारों और उपकरणों की प्रभावशाली शृंखला भी प्रदर्शित की गई। वहीं ग्रेनेडियर रेजिमेंटल सेंटर के जवानों ने अपनी वीरता का प्रदर्शन करते हुए हाई हार्स डिस्प्ले और मार्शल आर्ट्स रूटीन करतबों के माध्यम से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर ब्रिगेडियर ललित शर्मा, कर्नल मनीष जोशी, विधायक द्वय अजय विश्नोई, नीरज सिंह, कलेक्टर दीपक सक्सेना, निगमायुक्त प्रीति यादव, अपर आयुक्त व्हीएन बाजपेयी, मनोज श्रीवास्तव व सैन्य अधिकारी, जवान समेत अन्य प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति रही। Surya Half Marathon: उम्र की नहीं, जोश की दौड़: सूर्या हाफ मैराथन
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