सिंहस्थ कुंभ में विशेष व्यवस्था: मध्य प्रदेश की टीम करेगी प्रयागराज और हरिद्वार का अध्ययन
सिंहस्थ कुंभ में विशेष व्यवस्था: मध्य प्रदेश की टीम करेगी प्रयागराज और हरिद्वार का अध्ययन
भोपाल। वर्ष 2028 में होने वाले उज्जैन सिंहस्थ की व्यवस्थाओं को श्रेष्ठतम स्वरूप देने के लिए प्रयागराज कुंभ के साथ ही हरिद्वार कुंभ के मॉडल का अध्ययन कराया जाएगा। प्रयागराज कुंभ होने के बाद वहां भीड़ प्रबंधन, ड्रोन सर्वे, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग सहित अन्य क्षेत्रों के नवाचारों का क्रियान्वयन सिंहस्थ में किया जाएगा।
सिंहस्थ कुंभ में विशेष व्यवस्था: मध्य प्रदेश की टीम करेगी प्रयागराज और हरिद्वार का अध्ययन
विभिन्न गतिविधियों में लगी कंपनियों व स्टार्ट-अप का उज्जैन में सम्मेलन कर कार्ययोजना बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को मंत्रालय में सिंहस्थ 2028 के लिए गठित मंत्रिमंडलीय समिति की दूसरी बैठक में इस बारे में निर्देश दिए।
सिंहस्थ-2028: उज्जैन और इंदौर संभाग रहेंगे मुख्य केंद्र
- मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर के लाल बाग पैलेस, दरबार हाल राजवाड़ा तथा ओंकारेश्वर में ममलेश्वर मंदिर काम्प्लेक्स का भी विकास होगा। उज्जैन-इंदौर संभाग में चल रहे अधोसंरचना के कामों की हर 15 दिन में समीक्षा की जाए।
- उन्होंने कहा कि सिंहस्थ-2028 में उज्जैन और इंदौर संभाग गतिविधियों के मुख्य केंद्र रहेंगे। इन संभागों में महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर दो ज्योतिर्लिंग होने से श्रद्धालुओं का आवागमन तथा धार्मिक गतिविधियां अधिक होंगी।
- इंदौर-उज्जैन संभाग में विभिन्न विभागों के जो काम चल रहे हैं, वे समय सीमा में पूरा हों। निर्माण एजेंसियों के कामों की प्रत्येक सप्ताह में समीक्षा करके विलंब के कारणों का तत्काल निराकरण किया जाए।
1,451 करोड़ रुपये के कामों को स्वीकृति
बैठक में समिति ने गृह, पर्यटन, संस्कृति तथा नगरीय विकास एवं आवास विभाग के एक हजार 451 करोड़ रुपये की लागत के 56 कामों को स्वीकृति दी। इसमें गृह विभाग का उज्जैन में कंपोजिट कंट्रोल रूम, नए थाना भवन, खंडवा में इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर, उज्जैन, खंडवा, देवास, इंदौर, आगर-मालवा, खरगोन में बनने वाले पुलिस आवास, थाना, ट्रांजिट हास्टल व कैम्प, बैरक शामिल हैं।
वहीं, नगरीय विकास एवं आवास विभाग आवागमन की दृष्टि से पांच मार्गों का चौड़ीकरण करेगा।
सिंहस्थ कुंभ में विशेष व्यवस्था: मध्य प्रदेश की टीम करेगी प्रयागराज और हरिद्वार का अध्ययन