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14 Mar 2025, Fri

Shri Ram: 5 वर्ष का बाल स्वरूप, 51 इंच लंबाई और नीले पत्थर का इस्तेमाल, ऐसी होगी प्रभु राम की प्रतिमा

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Shri Ram: 5 वर्ष का बाल स्वरूप, 51 इंच लंबाई और नीले पत्थर का इस्तेमाल, प्रभु राम की प्रतिमा ऐसी होगी। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के वक्त किस प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा? इसे लेकर सस्पेंस जल्द ही खत्म होने वाला है. वहीं, सूत्रों की मानें तो गर्भगृह में प्रभुराम के 5 वर्षीय बाल स्वरूप की प्रतिमा स्थापित की जाएगी.

 

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या धाम प्रभुराम का स्वागत करने के लिए लगभग तैयार है. राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर ज्यादातर काम पूरे हो चुके हैं. बस सस्पेंस प्रभुराम की प्रतिमा को लेकर है. हालांकि, ट्रस्ट के सदस्यों ने बताया था कि प्रभुराम की तीन अलग-अलग प्रतिमाएं बनाई जा रहीं हैं. इनमें से किसी एक को प्राण-प्रतिष्ठा के दिन मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जा सकता है. आपको बता दें कि मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के वक्त किस प्रतिमा को मंदिर में स्थापित किया जाएगा, इसे लेकर जल्द सस्पेंस खत्म होने वाला है!

गर्भगृह में लगाई जाएगी प्रभुराम की यह प्रतिमा

 

खबर है कि गर्भगृह में प्रभुराम के 5 वर्षीय बाल स्वरूप की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. भगवान राम की इस प्रतिमा को नीले पत्थरों से तराशा गया है. इसकी ऊंचाई करीब 51 इंच यानी 4.25 फीट हो सकती है. सूत्रों की मानें तो राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा भगवान राम की इस प्रतिमा को चुना जा सकता है. गौरतलब है कि अयोध्या धाम में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है. इस दौरान पीएम मोदी खुद अयोध्या में होंगे और देश की कई अन्य हस्तियां भी भव्य राम मंदिर के इस समारोह में शामिल हो सकती हैं.

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प्राण-प्रतिष्ठा के दिन गर्भगृह में होंगे सिर्फ पांच लोग

अब तक की खबर के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा के वक्त गर्भगृह में केवल पांच लोग होंगे, जिसमें पीएम मोदी, प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और आचार्य सत्येंद्र दास शामिल होंगे. इस दौरान जब प्रभुराम के मुख से पट्टी हटाई जाएगी तब सबसे पहले उन्हें आईना दिखाया जाएगा.

आवागमन का पूरा ख्याल

अयोध्या आने में रामभक्तों को दिक्कत न हो, इस पर प्रशासन का पूरा ध्यान है. 30 दिसंबर को पीएम मोदी ने अयोध्या के रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने देश को अमृत भारत नाम से एक नहीं ट्रेन भी सौंपी. अयोध्या के एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा गया है. पीएम मोदी ने देशवासियों से 22 जनवरी के दिन घरों में रामज्योति जलाने के लिए आग्रह किया है.

 

By Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम