School Reopen in MP दीपावली के बाद 9वीं से 12वीं तक की नियमित कक्षाएं शुरू करने की संभावना है। कोरोना संक्रमण के चलते करीब सात माह से बंद स्कूलों का नियमित संचालन शुरू नहीं हो सका है। अभी 21 सितंबर से प्रदेश के 9वीं से 12वीं तक की आंशिक कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। हालांकि अब दीपावली के बाद 9वीं से 12वीं तक की नियमित कक्षाएं शुरू करने की संभावना है। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में बोर्ड के प्रविधान के अनुसार कम से कम 200 दिन पढ़ाई होना आवश्यक है, तभी बोर्ड परीक्षा ली जा सकती है। बोर्ड ने सत्र शुरू करने के लिए स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार को पत्र लिखा है। हालांकि पत्र पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
दीपावली के बाद नियमित कक्षाएं शुरू करने की संभावना
गौरतलब है कि मानव संसाधन विभाग द्वारा स्कूलों में सत्र शुरू करने के लिए गाइडलाइन जारी कर राज्य सरकारों को निर्णय लेने के लिए कहा था, लेकिन प्रदेश सरकार ने कोरोना की स्थिति को देखते हुए अभी स्कूल नहीं खोलने के आदेश दिए हैं। वहीं विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दीपावली के बाद उच्च कक्षाओं के संचालन पर विचार होगा। हालांकि शासन की ओर से भी दीपावली के बाद स्कूल खोलने के लिए संकेत दिए जा चुके हैं। ज्ञात हो कि मंडल की ओर से दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाती हैं। बोर्ड के प्रविधान में स्पष्ट लिखा है कि परीक्षाओं के लिए कम से कम 200 दिन पढ़ाई होना जरूरी है। बोर्ड ने परीक्षा फॉर्म भरने की तारीख भी जारी कर दी है।
स्कूल शिक्षा विभाग 9वीं से 12वीं तक के लिए डिजिलेप, दूरदर्शन आदि कई माध्यमों से ऑनलाइन कक्षा संचालित कर रहा है, लेकिन ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ प्रदेश के 30 फीसद विद्यार्थियों को मिल पा रहा है। इसका कारण यह है कि 60 फीसद विद्यार्थियों के पास स्मार्टफोन नहीं है। ऐसे में दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं कैसे हो पाएंगी, इस बात से चिंतित बोर्ड अध्यक्ष ने सत्र शुरू करने के लिए पत्र लिखा है।
कोविड के नियमों का पालन करेंगे
शिक्षकों से मार्गदर्शन लेने स्कूलों को आंशिक रूप से खोलने की छूट दी जा रही है। इस दौरान कोरोना से बचाव के लिए कोविड-19 के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। विभाग की ओर से इस संबंध में गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है।
गाइडलाइन की मुख्य बातें
- स्कूल पहुंचने वाले सभी विद्यार्थियों के साथ ही शिक्षकों और कर्मचारियों को फेस कवर करना अनिवार्य होगा।
स्कूल में मास्क पहनना जरूरी होगा। क्लास में शारीरिक दूरी का पालन करना होगा।
एक बैंच के बीच में करीब 6 फीट की दूरी रखना अनिवार्य होगी।
स्कूल छोड़ते समय और खाली समय में विद्यार्थियों को एक साथ ग्रुप में खड़े होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कोई भी छात्र, शिक्षक या कर्मचारी बीमार है तो उन्हें स्कूल आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
जगह-जगह पर स्कूलों में सैनिटाइजर रखना होगा।
स्कूल के खुलने से पहले और बंद होने के बाद सभी कक्षाओं, लाइब्रेरी, लैब, लॉकर, पार्किंग, रेलिंग दरवाजे, कुर्सियों, लिफ्ट के बटन, वॉशरूम को सैनिटाइज करना जरूरी होगा।
कंटेनमेंट जोन के विद्यार्थी, शिक्षक और कर्मचारियों के स्कूल आने पर पाबंदी रहेगी।
ऑनलाइन क्लासेस
नया शिक्षा सत्र कोरोनाकाल में ही शुरू हुआ और तभी से ऑनलाइन क्लासेस चल रही हैं। अब पांच महीने बाद स्कूल खुलने जा रहे हैं लेकिन वो भी आंशिक रूप से और तमाम पाबंदियों के साथ। बाकी, कक्षा की ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। जिन्हें 30 सितंबर तक बंद रखने के निर्देश हैं।
ऑनलाइन कक्षाओं में आने वाली समस्या और सवालों की उलझन को दूर करने 21 सितंबर से कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल ही खोले जा रहे हैं। स्कूलों में विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान आ रही समस्याओं का निराकरण कर सकेंगे। यानी जिन बच्चों को विषय को लेकर किसी तरह की समस्या है वो शिक्षकों से मार्गदर्शन लेने स्कूल आ सकते हैं। हालांकि माता-पिता को स्वयं अपने बच्चों को स्कूल आने की अनुमति देनी होगी।