शतकीय जयंती पर रफी साहेब की याद में संगीत -निशा

शतकीय जयंती पर रफी साहेब की याद में संगीत -निश
कटनी l कचहरी प्रांगण स्थित आनन्दम् संस्थान में सदी के महान संगीत सितारे फिल्म जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले मुहम्मद रफी साहब की 100वीं जयन्ती भव्यता के साथ नगर की अग्रणी संगीत संस्थाओं शिवश्यामा म्यूजिकल्स एवं इशिता म्यूजिक ग्रुप के गायक कलाकारों द्वारा स्वरांजली देकर मनाई गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के विधिवत पूजन एवं रफी साहब के चित्र पर माल्यार्पण एवं सभी कलाकारों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर डाँ एस के खम्परिया अध्यक्ष डाँ आट्ठ्या सी एम ओ ने अपने उद्बोधन में रफी द्वारा संगीत जगत में अकल्पनीय उचाइयां प्राप्त करते हुए भी कैसे सहजता और सरलता को अपने जीवन में समोए रखा इस पर अनेक उद्धरणों के माध्यम से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम संयोजक अनिल कांबले एवं राकेश पाठक की कला कौशल का इस कार्यक्रम में दिग्दर्शन हुआ।
दिलीप विश्वकर्मा के मंच संचालन में कार्यक्रम को गति प्राप्त हुईऔर कलाकारों ने अपनी स्वरांजली अर्पित की।
इस अवसर पर गायक कलाकार राजशेखर नामदेव प्रमोद भारती शंकर भाई राजू भाई विनोद सोनी दीपक निषाद सुनील शर्मा अनिल ताम्रकार विष्णु गुप्ता आशीष चौधरी विनोद तानिया महिला शक्ति में दीपिका पांडे सुनीता सोनी भाग्य श्री पाठक के अलावा संतोष प्रद संख्या में नगर के गणमान्य जन उपस्थित थे।
कार्यक्रम में गीत रे मम्मा रे ,ओ मेरे शाहे खुबा,लिखे जो खत तुझे,तू गंगा की मौज मैं,हुश्न वाले बडे़ बेवफा,वादियां मेरा दामन मैं निगाहें तेरे चेहरे से,दूर रह कर न करो बात,वो जब याद आए विशेष रूप से सराहे गए। कार्यक्रम का समापन अनिल ताम्रकार के आभार प्रदर्शन के बाद हुआ।