महाकुंभ में भगदड़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा किसी भी तरह की अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें। महाकुंभ में संगम पर भगदड़ होने के बाद कई लोग घायल हो गए हैं, जबकि 20 मौतों की भी आशंका जताई जा रही है. घायलों को कुंभ क्षेत्र के सेक्टर 2 में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आज मौनी अमावस्या के मौके पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री स्नान के लिए महाकुंभ पहुंचे हैं. मौनी अमावस्या और महाकुंभ से जुड़े हर अपडेट के लिए इस पेज को रिफ्रेश करते रहें…
अखाड़ों के बीच स्नान के लिए सहमति
अखाड़ों के संतो से सीएम योगी ने बातचीत की है. अखाड़ों के बीच स्नान के लिए सहमति बनी है. 11 बजे के बाद अखाड़ों के साधु संत क्रमवार तरीके से स्नान के लिए जाएंगे.
सीएम योगी की लोगों से अपील
सीएम योगी ने कहा है कि आत्म अनुशासन बनाए रखें, अपने नजदीकी घाट पर ही स्नान करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी तरह की अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें. संगम नोज पर जाने से बचें. प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
पीएम मोदी ने फिर की सीएम योगी से बात
पीएम लगातार कुंभ के हालात पर नजर बनाए हुए हैं और राज्य सरकार से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. वे अब तक 3 बार सीएम से बात कर चुके हैं और स्थिति को सामान्य करने और राहत के निर्देश दे रहे हैं.
हादसे पर अखिलेश का बयान
महाकुंभ हादसे पर अखिलेश यादव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है. श्रद्धांजलि.
हमारी सरकार से अपील है कि:
- सतयुग से चली आ रही शाही स्नान की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच मौनी अमावस्या के शाही स्नान को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए.
अखिलेश ने आगे कहा कि श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें. सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे. हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना.
20 मौतों की आशंका
महाकुंभ में मची भगदड़ से हुई मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अब 20 मौतों की आशंका जताई जा रही है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
जूना अखाड़े के संरक्षक ने क्या अपील की?
अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने अपील की है कि लोग जहां भी हैं, वहीं गंगा में स्नान करके अपने घर लौट जाएं. महाकुंभ में भगदड़ के बाद महंत ने कहा कि प्रयागराज की सीमा के अंदर हो या बाहर, गंगा स्नान करने पर वही पुण्य मिलेगा.
भगदड़ के बाद सुरक्षा कड़ी
- गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए.
- मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए.
- जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं.
- हैलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए.
- सतयुग से चली आ रही शाही स्नान की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच मौनी अमावस्या के शाही स्नान को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए.
- अखिलेश ने आगे कहा कि श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें. सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे. हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना.
20 मौतों की आशंका
महाकुंभ में मची भगदड़ से हुई मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. अब 20 मौतों की आशंका जताई जा रही है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.