मिसेज इंडिया के फायनालिस्ट में पहुंची कटनी की बहू, जानिए मंजरी गुप्ता का Misses India सफर

कटनी के साथ ही पूरे प्रदेश को किया गौरवान्वित
कटनी। कटनी की बहू श्रीमती मंजरी गुप्ता ने राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली मिसेज इंडिया प्रतियोगिता के फायनालिस्ट में जगह बनाकर जिले के साथ ही पूरे मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया है। बरगवां औद्योगिक क्षेत्र स्थित जेपी इंडस्ट्रीज के संचालक भरत प्रसाद गुप्ता की बहू एवं रीतेश गुप्ता की धर्मपत्नी श्रीमती मंजरी गुप्ता रांची की रहने वाली हैं और कटनी में उनकी शादी हुई है। वह अपने पति रीतेश के साथ वर्तमान में बंगलौर में रह रही हैं और एमएनसी बैंक में एव्हीपी के पद पर कार्यरत हैं। उनका कहना है कि दृढ़ इच्छा शक्ति, उच्च संकल्प और कड़ी मेहनत हमारे किसी भी सपने को पूरा कर सकती है और इसी सपने को साकार करने के उद्देश्य से उन्होंने मिसेज इंडिया कॉ प्टीशन में हिस्सा लेने के बारे में सोचा।
इस कॉ प्टीशन के फायनालिस्ट में पहुंचकर वह बहुत ही सुखद महसूस कर रही हैं। मंजरी का कहना है कि अगर महिलाएं चाहें तो दुनिया को जीत सकती हैं। हमें बस उस विशेष तत्व को पहचानने और उसे स मान देने की दिशा में काम करने की जरूरत है, जिससे हम अपने परिवार के साथ ही समाज और राष्ट्र का नाम भी गौरवान्वित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आमतौर पर नौकरी के दौरान कई प्रशंसाएं और पुरस्कार प्राप्त हुए, जिन्होंने मुझे हमेशा बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया है। मुझे उस समय भी गर्व महसूस होता है, जब कई बार कोई भी युवा लड़की मुझे रोल मॉडल के रूप में मानती है।
मेरे लिए एक सच्ची सुंदरता वह चीज है, जो दूसरों को प्रेरित करती है। एक आशावादी दृष्टिकोण के साथ दूसरों को प्रेरित करती है और एक ऐसा चेहरा, जो सहजता के साथ एक मजबूत संदेश देने में सक्षम है, वह है ब्यूटी। मेरे लिए सच्चा होना, ईमानदार होना, सुनहरा दिल होना, मजबूत होना और रचनात्मक दिमाग होना भी सुंदरता है। सौंदर्य तब भी है, जब हम दूसरों को स्वीकार करते हैं और उनकी सराहना करते हैं। मिसेज इंडिया क्वीन ऑफ सबस्टेंस में शामिल होने के बारे में उनका कहना है कि वह इस कॉ प्टीशन के फाइनलिस्ट के रूप में स मानित महसूस कर रही हैं।
यह एक प्रतिष्ठित मंच है, जो निश्चित रूप से मुझे ओर आगे बढ़ाएगा और दुनिया भर में अपने देश व स्वयं का प्रतिनिधित्व करने के लिए शक्ति प्रदान करेगा। मेरा मानना है कि अगर कोई महिला अपने लिए खड़ी होती है, तो वह सभी महिलाओं के लिए खड़ी होती है और इस तरह पूरे समाज में उत्थान की दिशा में योगदान देती है। यह मंच मुझे वह अवसर प्रदान करता है। उनका मानना है कि देश के प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षित होने का अधिकार है। शिक्षा की आवश्यकता औपचारिक माध्यम से नहीं होनी चाहिए और न ही उम्र, लिंग, जाति, विकलांगता आदि के रूप में कोई रोक-टोक होनी चाहिए।