वेब डेस्क। निर्भया रेप केस (Nirbhaya rape case) के दोषियों की दया याचिका (Mercy Petition) अभी तक राष्ट्रपति (President) के पास नहीं भेजी गई है. इसके लिए अब सिर्फ 7 दिन का समय ही बचा है.
शंकर आनंद
नई दिल्ली. देश भर को झकझोर के रख देने वाले निर्भया रेप कांड (Nirbhaya rape case) को दिसंबर में 7 साल पूरे होने जा रहे हैं. अब जो समय चल रहा है वह दोषियों को सजा देने की तैयारी का है. तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के अधिकारियों की मानें तो दोषियों की ओर से दया याचिका भेजे जाने में सिर्फ 7 दिन का समय बचा है. अगर इस बीच दया याचिका राष्ट्रपति (President) को नहीं भेजी जाती तो निचली अदालत को अर्जी भेजकर जेल प्रशासन दोषियों को फांसी देने की तैयारी शुरू कर देगा.
सात दिन में याचिका, नहीं तो फांसी
तिहाड़ जेल प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक निर्भया रेप केस के दोषियों के वकील की ओर से राष्ट्रपति को दया याचिका नहीं भेजी गई है. अब दया याचिका भेजे जाने में सिर्फ 7 दिन का समय बचा है. कोर्ट से पुनर्विचार याचिका बहुत पहले ही खारिज हो चुकी है. इस बात की जानकारी सभी तीनों दोषियों को दे दी गई है.
दोषियों को पढ़कर सुनाया फरमान और कराई गई वीडियोग्राफी
जेल प्रशासन का कहना है कि कोर्ट पुनर्विचार याचिका खारिज कर चुकी है. राष्ट्रपति के यहां दया याचिका भेजे जाने में 7 दिन बचे हैं. इस बात की जानकारी सभी तीनों दोषियों को दे दी गई है. बुधवार को उन्हें ये फरमान पढ़कर भी सुना दिया गया है. इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है. इतना ही नहीं लिखित तौर पर रिसीविंग भी आरोपियों से ले ली गई है.
अलग-अलग जेल में बंद हैं निर्भया के तीनों दोषी
तिहाड़ जेल के सूत्रों के मुताबिक दो दोषी अक्षय कुमार और मुकेश तिहाड़ जेल नंबर 2 में हैं. जबकि तीसरा दोषी विनय शर्मा मंडोली जेल में बंद है. यदि सात दिन में दोषियों की दया याचिका राष्ट्रपति के यहां नहीं जाती है तो निचली अदालत से अनुमति लेकर दोषियों की फांसी संबंधी तैयारी शुरु कर दी जाएगी.