ladli behna yojana @1250₹ मध्यप्रदेश में खरगोन जिले के एक तहसील में एक दो नहीं पूरे 18 हजार रुपये हर माह एक घर मे लाडली बहना योजना के अब तक आ रहे थे जो अब करीब 22 हजार तक पहुंच जाएगा। जी हां यह है मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना जिसे चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है।
बनारस बाई बलिराम, अनारबाई जगन्नाथ, लीलाबाई नंदराम, जानकीबाई प्रेमलाल और ममताबाई हीरालाल परिवार के 6 भाई हैं। इनके अलावा अनिताबाई जगदीश, सुनिताबाई अनोकचंद, संगीता त्रिलोक, किरण महेश, संगीता चेतराम, विद्या नरेंद्र, आरती सुरेंद्र, पायल दिनेश, रुपाली लखन, गायत्री पवन, आरती रवीन, रेखा महावीर और माया बाई भैयालाल लाड़ली बहनाएं है। जबकि भूरिभाई को विधवा पेंशन में 1 हजार रुपए प्राप्त हो रहे हैं।
आज फिर प्रदेश की लाड़ली बहनों को रक्षाबंधन का उपहार देने जा रहे सीएम ने 250 रुपये की बढ़ोतरी कर महिलाओं को तोहफा दिया।लेकिन इस उपहार का इंतजार जिले में भीकनगांव के खारवी गांव में धनगर (पटेल) संयुक्त परिवार की 18 बहनें भी कर रही हैं। इस परिवार में सभी बहनें एक ही छत की नीचे रहती है। संभवतः प्रदेश और जिले का ऐसा अनोखा परिवार है जिसमें सबसे अधिक लाड़ली बहनाएं हैं।
इस परिवार में 59 साल की दादी भूरीबाई से लेकर 24 वर्षीय पोता बहू आरती तक लाभार्थी है। इस परिवार की एकजुटता का कायल पूरा गांव है। भाइयों और बहुओं में आपसी प्रेम और लगाव गजब का है। यहां तक कि परिवार के 28 बच्चों में लाड़ प्यार सब आपस में बांटते हैं। पुरुषों की संख्या 17 और कुल महिलाएं 21 हैं। इस परिवार की एक बहन की गांव में ही शादी हुई है। इस तरह धनगर परिवार और उनकी एक बहन के परिवार के कुल सदस्य 66 है।