Laddugopal हिंदू धर्म में कहा गया है कि भगवान भाव के भूखे होते हैं। इसकी जीवंत उदाहरण यूपी के आगरा में देखने को मिला है। यहां खेरिया मोड़ स्थित एक कृष्ण मंदिर में ऐसा ही देखने को मिला। लेख सिंह 35 साल से मंदिर में पुजारी हैं। लेख सिंह के मुताबिक, शुक्रवार सुबह जब उन्होंने स्नान के लिए लड्डू गोपाल को उठाता तो उनका हाथ टूट गया। इस पर पुजारी बैचेन हो उठे। वो लड्डू गोपाल को टोकरी में बैठाकर भागे-भागे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों से गुहार लगाई कि उनके लड्डू गोपाल का हाथ टूट गया है, जल्दी इलाज किया जाए, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस पर पुजारी जोर-जोर से रोन लगे। दीवार पर अपना सिर पटकरने लगे। इसके बाद एक सज्जन आगे आए, पर्ची कटवाई, लड्डू गोपाल को डॉक्टर के पास ले गए, उनकी मरहम पट्टी करवाई गई, फिर ही पुजारी वहां से रवाना हुए।
जानिए किस नाम से कटी पर्ची, लड्डू गोपाल के हाथ पर पट्टा बंधा या नहीं
जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोकअग्रवाल ने बताया कि पुजारी के श्रद्धाभाव को देखते हुए श्रीकृष्ण पुत्र श्री भगवान के नाम से लड्डू गोपाल की पर्ची काटी गई। पुजारी मेरे पास आए तो लड्डू गोपाल का हाथ अलग था, जिसे वह कपड़े से बांध कर लाए थे। पुजारी जिद्द करने लगे कि लड्डू गोपाल के हाथ पर प्लास्टर कर दो। मैंने उन्हें समझाया और हाथ को जोड़कर पट्टी बांध दी। इस पर पुजारी के मन को थोड़ी राहत मिली।
डॉ. अशोकअग्रवाल ने पुजारी को यह भी कहा कि अब लड्डू गोपाल को फिर मंदिर ले जाइए और जो भी विधि-विधान होता हो, वह करिए। पुजारी ने भी कहा कि खंडित मूर्ति को मंदिर में नहीं रखा जा सकता है। अब मंदिर में नई मूर्ति लाई जाएगी और उसकी प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा। यह खबर पूरे ब्रज में चर्चा का विषय बनी हुई है।