कटनी। राज्य सरकार के निर्देश पर खनिज विभाग द्वारा अवैध उत्खनन पर सख्ती से लगाम लगाने के लिए खनिज पखवाड़ा चलाया जा रहा है। जिले में कलेक्टर शशिभूषण सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे खनिज पखवाड़ा के तहत खनिज विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में विजयराघवगढ़ तहसील के अंतर्गत कार्यवाही की गई, जिसमे झुकेही-कैमोर मार्ग पर वाहन क्रमांक एमपी 21 जी 2401 को लाइमस्टोन का अवैध परिवहन करते हुए पकड़ा गया।
इसे वाहन चालक सुरेश आदिवासी निवासी खमरिया चला रहा था। इसी तरह गिट्टी का अवैध परिवहन करते पाए जाने पर वाहन क्रमांक एमपी 21 एच 0882 को वाहन चालक शेर सिंह निवासी गुड़ेहा से खनिज सहित जप्त कर एसीसी मेहगांव परिसर में खड़ा करवाया गया है।
खनिज विभाग ने खिरवा नंबर एक एवं आसपास के क्षेत्र में भ्रमण के दौरान शिंहपुरा मोड़ के समीप रेत का अवैध परिवहन करते तीन ट्रैक्टर ट्राली पाए जाने पर मौके पर जप्त कर विजयराघवढ़ पुलिस थाने में अभिरक्षा में लिया गया। एक अन्य कार्यवाही में बहोरीबंद तहसील के अंतर्गत खनिज विभाग एवं पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में वाहन क्रमांक एमपी 20 जी ए 3537 द्वारा पत्थर गिट्टी का अवैध परिवहन करते पाए जाने पर वाहन चालक नर्मदा प्रसाद से तथा वाहन क्रमांक एमपी 20 एचबी 6963 को रेत खनिज का अवैध परिवहन करते पाए जाने पर वाहन चालक संदीप पटेल से खनिज सहित जप्त कर पुलिस थाना स्लीमनाबाद में अभिरक्षा में दिया गया।
रेत के अवैध उत्खनन पर क्यों नहीं हो रही कार्रवाई
खजिन विभाग द्वारा चलाए जा रहे खनिज पखवाड़े के तहत रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन पर क्यों कार्रवाई नहीं की जा रही है, यह समझ के परे है। बड़वारा, बरही और विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत महानदी सहित अन्य नदियों में खुलेआम जेसीबी उतारकर रेत का उत्खनन किया जा रहा है, इसके बावजूद खनिज विभाग चुप्पी साधे हुए है। लगातार शिकायतें सामने आने और ग्रामीणों द्वारा विरोध किए जाने के बाद भी खनिज विभाग कार्रवाई करने से परहेज कर रहा है।
नदी की धार रोककर कर रहे उत्खनन
फारेस्ट व बफर जोन के बीचोंबीच गुजरने वाली जाजागढ़ स्थित पिपही नदी में रेत का खुलेआम उत्खनन किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि जिम्मेदार प्रशासनिक अमले ने रेत माफिया को रेत की लूट के लिए खुली छूट दे रखी है। नदी में ट्रेक्टर उतारक रेत लोड की जा रही है। बताया जाता है कि जाजागढ़ से गुजरने वाली पिपही नदी में कोई खदान स्वीकृत नहीं है, इसके बावजूद इसके यहां इस कदर बेखौफ उत्खनन के साथ स्टाक किया गया है, जैसे पूरा का पूरा लाइसेंस प्रशासन ने दे दिया है।