मध्य प्रदेश की राजनीति में ताजा घटना के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का बीजेपी में शामिल न होने का फैसला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, कमलनाथ ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से बात करने के बाद पार्टी में ही रहने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही उनके सांसद बेटे और कुछ विधायक भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जैसे कि जीतू पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा और दिग्विजय सिंह के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को खारिज किया गया है।
इसके साथ ही, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने रविवार को नई दिल्ली में कमलनाथ से मुलाकात की थी। यह घटनाक्रम राजनीतिक गतिशीलता में नए संकेत उत्पन्न कर रहा है।