कर्तव्य पथ पर आज दिखेगी भारत की ताकत: गणतंत्र दिवस परेड और सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन, राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. 15 हजार जवानों की तैनाती की गई है. परेड को देखते हुए कुछ मार्गों को बंद किया गया है जबकि कुछ को डायवर्ट किया गया है. डीएमआरसी की ओर से सुबह 3 बजे से मेट्रो का संचालन किया जाएगा.
देशभर में आज 76वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा. राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. परेड को देखते हुए दिल्ली पुलिस की ओर से 6 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है. केवल कर्तव्य पथ की सुरक्षा के लिए करीब 15 हजार जवानों की तैनाती की गई है. चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और कंट्रोल रूम के जरिए हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. परेड की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए एआई टेक्नोलॉजी से लैस कैमरे भी लगाए गए हैं.
गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10:30 बजे विजय चौक से शुरू होकर लाल किले तक जाएगी. सुबह 9:30 बजे इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर समारोह होगा. परेड को देखते हुए राजधानी के चौक चौराहों पर पुलिस ने सघन तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस समारोह के लिए यातायात परामर्श जारी कर यात्रियों को कई सड़कों पर लागू प्रतिबंधों और मार्ग परिवर्तन के बारे में जानकारी दे दी है.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) डीके गुप्ता ने बताया कि शनिवार से शाम से ही शहर की सीमाओं पर प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है. परेड को देखते हुए यातायात पुलिस की ओर से बड़े स्तर पर योजना बनाई गई है. विजय चौक से लाल किले तक परेड मार्ग की ओर जाने वाली सड़कों पर भी मार्ग परिवर्तन रहेगा. सी-हेक्सागन पर यातायात को प्रतिबंधित कर दिया गया है.
परेड विजय चौक, कर्तव्य पथ, सी-हेक्सागन, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के चारों ओर तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, नेताजी सुभाष मार्ग और लाल किला से होकर गुजरेगी. परेड खत्म होने तक विजय चौक से इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ पर किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं है. सी-हेक्सागन से इंडिया गेट तक का मार्ग आज सुबह 9:15 बजे से लेकर परेड के तिलक मार्ग पार करने तक यातायात के लिए बंद रहेगा.
ये मार्ग रहेगा बंद
पुलिस ने परामर्श जारी कर कहा है कि सुबह 10:30 बजे से तिलक मार्ग, बीएसजेड मार्ग और सुभाष मार्ग पर दोनों तरफ से यातायात की अनुमति नहीं होगी. परेड की आवाजाही के आधार पर ही क्रॉस ट्रैफिक की अनुमति होगी. ऐसे में लोग अपनी यात्रा की योजना पहले से बना लें और सुबह 9:30 बजे से दोपहर एक बजे तक परेड के मार्ग से बचें.
हालांकि, नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले लोगों के लिए कोई प्रतिबंध नहीं होगा. फिर भी पुलिस की ओर से लोगों को यात्रा की योजना पहले से बनाने की अपील की गई है. दिवस समारोह के दौरान सभी स्टेशन पर यात्रियों के लिए मेट्रो सेवा उपलब्ध रहेगी.
मेट्रो की ओर से विशेष व्यवस्था
दिल्ली मेट्रो ने गणतंत्र दिवस परेड को देखते हुए विशेष व्यवस्था की है. डीएमआरसी ने आम जनता की सुविधा को देखते हुए 26 जनवरी 2025 को सुबह 3:00 बजे से सभी लाइनों पर ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. माना जा रहा है कि मेट्रो के इस कदम से परेड में शामिल होने वाले लोगों को बड़ी सहूलियत मिल सकती है. सुबह 6 बजे से मेट्रो ट्रेनों का संचालन 30 मिनट के अंतराल पर किया जाएगा.
विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 10000 विशेष अतिथि पहुंचेंगे
राष्ट्रीय महत्व के आयोजनों में ‘जनभागीदारी’ बढ़ाने के सरकार के उद्देश्य के अनुरूप, परेड देखने के लिए लगभग 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. विभिन्न क्षेत्रों से आए ये विशेष अतिथि ‘स्वर्णिम भारत’ के निर्माता हैं. इनमें विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले और सरकार की योजनाओं का अपने जीवन में सर्वोत्तम उपयोग करने वाले लोग शामिल हैं.
परेड में ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ थीम पर कर्तव्य पथ पर 31 झांकियां; पहली बार, सशस्त्र बलों के बीच संयुक्त और एकीकरण की भावना को प्रदर्शित करने के लिए त्रि-सेवाओं की झांकी निकलेगी. पहली बार पूरे कर्तव्य पथ को कवर करने के लिए 5,000 कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन किया जाएगा.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति परेड के मुख्य अतिथि
समारोह के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियांतो हैं. सुबियांतो गुरुवार को भारत पहुंचे. वह भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले चौथे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति होंगे. इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे. इंडोनेशिया से 352 सदस्यीय मार्चिंग और बैंड दस्ता परेड में भाग लेगा. यह पहली बार होगा कि इंडोनेशियाई मार्चिंग और बैंड दस्ता विदेश में राष्ट्रीय दिवस परेड में भाग लेगा.
परेड में दिखेगी भारत की ताकत
इस साल गणतंत्र दिवस पर भारत दुनिया को अपनी ताकत दिखाने जा रहा है. परेड में नारी शक्ति के साथ-साथ पहली बार परेड में ‘प्रलय मिसाइल’ शामिल होगी. जो दुश्मनों के लिए एक कठोर संदेश है. डीआरडीओ ने इस मिसाइल को विकसित किया है. ये भारत की रक्षा शक्ति और स्वदेशी तकनीक का शक्तिशाली उदाहरण है.
प्रलय मिसाइल 350-500 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है और 500-1000 किलोग्राम तक का पेलोड ले जाने में सक्षम है. आपको बता दें पेलोड क्षमता के जरिए विस्फोटकों को ले जाया जाता है. ठोस ईंधन से चलने वाली ये मिसाइल सतह से सतह पर सटीकता के साथ वार करती है. ‘प्रलय’ को चीन की ‘डोंग फेंग 12’ और रूस की ‘इस्कैंडर’ मिसाइलों के बराबर माना जा रहा है.
‘प्रलय’ को विशेष रूप से भारत की सीमाओं, उदाहरण के लिए LAC और LOC के लिए डिजाइन किया गया है. ‘प्रलय मिसाइल’ का परेड में शामिल होना न केवल भारत की सैन्य ताकत को दर्शाता है, बल्कि ये भी दिखाता है कि भारत अब रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है.
नाग मिसाइल का भी शक्ति प्रदर्शन
इसके अलावा एंटी गाइडेड मिसाइल नाग भी अपनी शक्ति दिखाएग. ब्रह्मोस मिसाइल और पिनाका मिसाइल सिस्टम भी परेड में प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे. परेड में टी-90 भीष्म टैंक का शक्ति प्रदर्शन होगा. इस बार भारतीय नौसेना अपनी झांकी में पनडुब्बियों और वॉरशिप का प्रदर्शन करेगी. नेवी की झांकी में हाल ही में शामिल किए गए INS सूरत, INS नीलगिरी और INS वागशीर की झलक देखने को मिलेगी.