महू में उपद्रव: कलेक्टर और डीआईजी ने रात 2 बजे तक संवेदनशील इलाकों में पैदल घूमकर स्थिति कंट्रोल की। मध्य प्रदेश में महू में देर रात चैपियंस ट्राफी की जीत के जश्न में उपद्रव हो गया था। इसके बाद पुलिस रातभर संवेदनशील इलाकों सहित पूरे शहर में गश्त करती रही। कलेक्टर, डीआईजी और एसपी धान मंडी चौराहे सहित अन्य इलाकों में रात दो बजे तक पैदल घूमकर स्थिति जायजा लेते रहे। सुबह शहर में माहौल शांत रहा।
पुलिस कर रही जांच कैसे हुई विवाद की शुरुआत
महू पुलिस इस मामले की जांच में जुटी की है कि विवाद की शुरुआत कहां से हुई। इसके साथ ही इसमें शामिल उपद्रवियों की तलाश भी शुरू हो गई है।
यह है पूरा मामला
रविवार को भारतीय क्रिकेट टीम के चैपियंस ट्राफी जीतने के बाद शहर में जुलूस निकाला जा रहा था। इसी दौरान जुलूस पर जामा मस्जिद मार्ग, पत्ती बाजार सहित अन्य क्षेत्रों में पथराव किया गया।
गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए पेट्रोल बम भी फेंके गए। उपद्रवियों ने तीन दुकानों और गाड़ियों में भी आग लगा दी थी। मामले की सूचना मिलते ही आर्मी क्षेत्र से सेना की क्विक रिस्पांस टीम भी मौके पर पहुंच गई थी।
भीड़ अलग-अलग हिस्सों में बंट गई
रात करीब 10.30 बजे जामा मस्जिद पर जैसे ही भीड़ जमा हुई और विवाद होने लगा। इस दौरान कोतवाली पुलिस पहुंची तो भीड़ अलग-अलग हिस्सों में बंट गई।
एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी, एसडीओपी दिलीप सिंह चौधरी, महू कोतवाली थाना प्रभारी राहुल शर्मा, किशनगंज थाना प्रभारी कुलदीप खत्री, बड़गोंदा थाना प्रभारी लोकेन्द्र सिंह हिहोर सहित चार थानों का बल भी तैनात रहा। साथ ही फायर ब्रिगेड भी अलग-अलग क्षेत्रों में घूमती रही।