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14 Mar 2025, Fri

देश का खजाना भरने के लिए टैक्स का महत्व, 22 लाख करोड़ का लक्ष्य

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देश का खजाना भरने के लिए टैक्स का महत्व, 22 लाख करोड़ का लक्ष्य। सीबीडीटी के टैक्स कलेक्शन के ताजा आंकड़ों के अनुसार, एक अप्रैल से 10 नवंबर तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 15.41 प्रतिशत बढ़कर 12.11 लाख करोड़ रुपये रहा है. इसमें 5.10 लाख करोड़ रुपये का नेट कंपनी टैक्स और 6.62 लाख रुपये नॉन -कंपनी टैक्स शामिल है. नॉन-कंपनी टैक्स में व्यक्तियों, हिंदू अविभाजित परिवारों आदि द्वारा भुगतान किया गया कर शामिल है

देश का खजाना भरने के लिए टैक्स का महत्व, 22 लाख करोड़ का लक्ष्य

अगर सीबीडीटी की भविष्यवाणी सही साबित हुई तो डायरेक्ट टैक्स से ही सरकार का खजाना भर सकता है. सीबीडीटी के चेयरमैन रवि अग्रवाल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष (2024-25) में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 22.07 लाख करोड़ रुपए के लक्ष्य से अधिक रहने की उम्मीद है. अग्रवाल ने यह भी कहा कि जिन टैक्सपेयर्स ने अपने आयकर रिटर्न में विदेशी आय या संपत्ति का खुलासा नहीं किया है, उनके पास वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपना रिवाइज्ड रिटर्न दाखिल करने को लेकर 31 दिसंबर तक का समय है. टैक्स डिपार्टमेंट उन टैक्सपेयर्स को एसएमएस और ई-मेल भेज रहा है, जिन्होंने हाई वैल्यू वाले असेट्स का खुलासा नहीं किया है. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने टैक्सपेयर्स को इस प्रकार के एसएमएस और ई-मेल भेजे गये हैं.

कानून की समीक्षा के संदर्भ में 6,000 से अधिक सुझाव

 

भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) में टैक्सपेयर लाउंज का उद्घाटन करते हुए अग्रवाल ने यह भी कहा कि इनकम टैक्स कानून की समीक्षा के लिए भाषा को सरल और समझने में आसान बनाने को लेकर आयकर कानून की समीक्षा के संदर्भ में 6,000 से अधिक सुझाव आए हैं. अग्रवाल ने कहा कि हमें उम्मीद है कि हम टैक्स कलेक्शन के बजट टारगेट को पार कर जाएंगे. कंपनी और पर्सनल टैक्स समेत अन्य टैक्स कलेक्शन बढ़ा है.

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10 नवंबर तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन

सीबीडीटी के टैक्स कलेक्शन के ताजा आंकड़ों के अनुसार, एक अप्रैल से 10 नवंबर तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 15.41 प्रतिशत बढ़कर 12.11 लाख करोड़ रुपये रहा है. इसमें 5.10 लाख करोड़ रुपये का नेट कंपनी टैक्स और 6.62 लाख रुपये नॉन -कंपनी टैक्स शामिल है. नॉन-कंपनी टैक्स में व्यक्तियों, हिंदू अविभाजित परिवारों आदि द्वारा भुगतान किया गया कर शामिल है. इस अवधि के दौरान प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) मद में 35,923 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए डायेक्टर टैक्स से 22.07 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. इसमें कंपनी टैक्स से 10.20 लाख करोड़ रुपये और पर्सनल इनकम टैक्स और दूसरे टैक्स से 11.87 लाख करोड़ रुपए प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है.

करदाताओं को विदेशी संपत्तियों की घोषणा के बारे में याद दिलाना

अग्रवाल ने विदेशी संपत्तियों के बारे में खुलासा नहीं करने को लेकर करदाताओं को सूचित करने के संबंध में कहा कि कर विभाग सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान की व्यवस्था के तहत विभिन्न देशों से विदेशी संपत्तियों के बारे में सभी विवरण प्राप्त करता है और आयकर रिटर्न में खुलासे के साथ ऐसे विवरणों का मिलान करता है. उन्होंने कहा कि इस कदम का मूल मकसद करदाताओं को विदेशी संपत्तियों की घोषणा के बारे में याद दिलाना है. वे 31 दिसंबर तक संशोधित रिटर्न दाखिल कर सकते हैं विदेशी संपत्तियों में विदेशी बैंक खाते, किसी कारोबार/इकाई में वित्तीय हित, देश के बाहर अचल संपत्ति, विदेशी इक्विटी समेत अन्य संपत्तियां शामिल हैं.

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बेहतर गतिविधियों और नियमों के बारे में सुझाव देने के लिए आमंत्रित

आयकर कानून की समीक्षा में प्रगति के बारे में पूछे जाने पर सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि सार्वजनिक परामर्श जारी है और विभाग को 6,000 से अधिक सुझाव मिले हैं. उन्होंने कहा कि मैं टैक्सपेयर्स को आगे आने और इंटरनेशनल लेवल पर बेहतर गतिविधियों और नियमों के बारे में सुझाव देने के लिए आमंत्रित करता हूं. उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में आयकर अधिनियम, 1961 की व्यापक समीक्षा की घोषणा की थी. सीबीडीटी ने समीक्षा पर नजर रखने और अधिनियम को सरल, स्पष्ट और समझने में आसान बनाने के लिए एक आंतरिक समिति का गठन किया है. इस पहल का मकसद कर को लेकर कानूनी विवादों को कम करना और करदाताओं को कर के मामले में अधिक निश्चितता प्रदान करना है.देश का खजाना भरने के लिए टैक्स का महत्व, 22 लाख करोड़ का लक्ष्य

 

By Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम