
घर छोड़ जा, नहीं तो बेटे और तुझे मार डालूंगी: बहू की हिंसा का शिकार हुई सास। शहर के शिंदे की छावनी इलाके में एक बेरहम बहू ने अपनी सास को बाल पकड़कर घसीटा। जमीन पर पटककर उसे लात-घूंसे मारे। इतना ही नहीं अपने पति को पिता व भाई और इनके साथ आए गुंडों से पिटवाया। गनीमत रही कि आसपास रहने वाले लोगों ने बीच-बचाव किया। इन लोगों के चंगुल से वृद्धा और उसके बेटे को बचा लिया। पीड़िता वृद्धा का कहना है कि उनकी बहू वृद्धाश्रम भेजने पर उतारू है, इसलिए वह बेटे पर दबाव बनाती है।
- शिंदे की छावनी स्थित आदर्श कॉलोनी में रहने वालीं 70 वर्षीय सरला बत्रा ने बताया कि वह अपने बेटे विशाल, बहू नीलिका और इनके बच्चों के साथ रहती हैं। पिछले करीब एक साल से बहू नीलिका उन्हें वृद्धाश्रम भेजने के लिए लगातार बेटे विशाल पर दबाव बना रही है।
- बीते रोज उसने इसी बात पर झगड़ा शुरू किया। अपने पिता सुरेंद्र कोहली, बेटे नानक कोहली को बुला लिया। यह लोग चार गुंडे अपने साथ लेकर आए थे। घर के पोर्च में बेटा विशाल था। पहली मंजिल से बहू नीलिका गालियां दे रही थी।
- इसी दौरान सुरेंद्र कोहली, नानक कोहली गुंडों के साथ घर में घुस आए। बेटे की मारपीट शुरू कर दी। वह बचाने आई तो बहू नीलिका ऊपर से उतरकर आई। उसने बाल पकड़कर जमीन पर पटका। इसके बाद तो लात-घूंसें बरसाना शुरू कर दिए। उनकी आंख में घूंसे मारे।
- बेटे को उसके परिवार वाले गुंडों के साथ मिलकर घसीटते हुए बाहर ले गए। यहां सड़क पर पटककर पीटा। वह बाहर गई, तो यहां दोबारा उनकी बहू ने हमला कर दिया। उसी समय पड़ोसी मदद के लिए आए।
घर छोड़ जा, नहीं तो बेटे और तुझे मार डालूंगी
सरला ने बताया कि उनकी बहू कहती है कि घर छोड़ जा। घर नहीं छोड़ा तो तुझे और तेरे बेटे को जान से मार डालूंगी। उसने यह तक धमकी दी कि उसकी सुपारी दे दी है।
इंदरगंज पुलिस पर लापरवाही का आरोप
सरला ने बताया कि ऐसे मामले में भी इंदरगंज पुलिस ने लापरवाही बरती है। पहले दिन मां-बेटे शिकायत लेकर पहुंचे तो एफआइआर की जगह, एनसीआर काटकर चलता कर दिया गया। अगले दिन एफआइआर की गई। सरला ने कहा कि मेरे आरोप एफआइआर में नहीं लिखे गए। आरोपियों ने राजनीतिक रसूखदारों से सिफारिश कराई थी।