अधिकारियों के नाम से आ रहे धोखाधड़ी वाले ई-मेल व दस्तावेज, गृह मंत्रालय ने जारी की चेतावनी
अधिकारियों के नाम से आ रहे धोखाधड़ी वाले ई-मेल व दस्तावेज, गृह मंत्रालय ने जारी की चेतावनी

अधिकारियों के नाम से आ रहे धोखाधड़ी वाले ई-मेल व दस्तावेज, गृह मंत्रालय ने चेतावनी जारी की है। गृह मंत्रालय ने एक चेतावनी जारी की है कि अधिकारियों के नाम से धोखाधड़ी वाले ई-मेल और दस्तावेज आ रहे हैं। ऐसे ई-मेल और दस्तावेजों में अक्सर महत्वपूर्ण जानकारी चोरी करने या मैलवेयर फैलाने के लिए लिंक या संलग्नक होते हैं।
गृह मंत्रालय ने लोगों को सावधान रहने और ऐसे ई-मेल और दस्तावेजों से सावधान रहने की सलाह दी है। यदि आपको कोई संदिग्ध ई-मेल या दस्तावेज मिलता है, तो कृपया उसे तुरंत हटा दें और अधिकारियों को सूचित करें।
यहाँ कुछ सावधानियां दी गई हैं जिनका पालन आप कर सकते हैं:
- अज्ञात भेजने वालों से ई-मेल खोलने से पहले सावधान रहें।
- संदिग्ध लिंक या संलग्नक पर क्लिक न करें।
- अपने कंप्यूटर और मोबाइल पर एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।
- अपने खातों के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
यदि आपको लगता है कि आप धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, तो तुरंत अधिकारियों से संपर्क करें।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) प्रभाग ने अपने अधिकारियों के नाम पर भेजे जा रहे धोखाधड़ी वाले ई-मेल और दस्तावेज के खिलाफ चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी कई शिकायतें मिलने के बाद जारी की गई है। जालसाजों ने गृह मंत्रालय के अधिकारी बनकर एफसीआरए सेवाएं हासिल करने के लिए एसोसिएशनों या गैर सरकारी संगठनों से पैसे की मांग की थी।
परामर्श में कहा गया है कि विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम, 2010 (एफसीआरए, 2010) के तहत कोई भी सेवा जैसे पंजीकरण, नवीनीकरण, पूर्व अनुमति, विवरण में परिवर्तन, संशोधन का लाभ केवल ऑनलाइन एफसीआरए पोर्टल एफसीआरएऑनलाइन.निक.इन के माध्यम से आवेदन करके उठाया जा सकता है। यदि आवश्यक हो तो ऐसे आवेदन के लिए या किसी एफसीआरए सेवा का लाभ उठाने के लिए भुगतान भी ऑनलाइन भुगतान गेटवे के माध्यम से केवल ऑनलाइन एफसीआरए पोर्टल पर ही किया जाना है।