जबलपुर। भिंड की अटेर विधानसभा से कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे आज मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में अपने केस की सुनवाई सुनने के लिए पहुंचे थे। यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने एक बार फिर अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों पर सफाई देते हुए भाजपा पर निशाना साधा।
हेमंत कटारे ने आरोप लगाया है कि, पुलिस अभी भी भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम कर रही है इसलिए जानबूझकर कोर्ट के सामने न तो जांच रिपोर्ट पेश कर रही है और न ही मामले में बहस करने को ही तैयार है। हेमंत कटारे का आरोप है कि उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि भारतीय जनता पार्टी के नेता अरविंद भदोरिया ने छात्रा से मिलकर यह पूरा षड्यंत्र रचाया था।
हेमंत कटारे का कहना है कि दरअसल कांग्रेस नेता स्वर्गीय सत्यदेव कटारे ने व्यापमं का मामला जोर-शोर से उठाया था, जिस में भारतीय जनता पार्टी सरकार पूरी तरह से फंस गई। इसी का बदला लेने के लिए हेमंत कटारे को जबरन परेशान किया जा रहा है। हेमंत कटारे का कहना है कि अगर पुलिस ने सही जांच की होती तो अब तक हाई कोर्ट में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया होता।
कटारे का आरोप है की पुलिस कोर्ट के सामने गलत बयानी कर रही है। पुलिस का कहना है कि उसने अब तक हेमंत कटारे का मोबाइल जब्त नहीं किया है।
हेमंत कटारे के वकील ने आज कोर्ट में मोबाइल जब्ती का पंचनामा पेश किया। वहीं पुलिस का आरोप है कि हेमंत कटारे फरार हैं और पुलिस के सामने आकर बयान नहीं दे रहे हैं। इस पर हेमंत कटारे का कहना है कि वे खुद कोर्ट में मौजूद रहकर कार्यवाही सुनने आ रहे हैं। ऐसे में पुलिस की यह दलील कहां तक सही है कि वह फरार हैं फिलहाल हाई कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई है और कहा है कि जल्द से जल्द इस मामले में जांच रिपोर्ट पेश की जाए। इस मामले में दो हफ्ते बाद सुनवाई होगी।
इस मामले में हेमंत कटारे ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने कोर्ट से कहा है कि इस मामले में उन्हें जबरन फंसाया जा रहा है और भारतीय जनता पार्टी के नेता उनको षडयंत्र करके उलझा रहे हैं।
इसी बीच जिस छात्रा ने आरोप लगाए थे, उसी ने कोर्ट में एक शपथ पत्र दिया की यह पूरा मामला राजनीतिक है और कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे के ऊपर उसने जो भी आरोप लगाए थे, वह गलत हैं। इस शपथ पत्र को दिए हुए भी 3 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक पुलिस हाई कोर्ट में एक ही बयान दे रही है कि अब तक उसने छात्रा के शपथ पत्र की जांच नहीं की है, इसलिए हेमंत कटारे को इस मामले में बरी नहीं किया जा सकता।
आपको बता दें कि इस साल फरवरी में विधायक हेमंत कटारे पर एक पत्रकारिता की छात्रा ने आरोप लगाए थे कि हेमंत कटारे ने उसका दैहिक शोषण किया है। मामला सोशल मीडिया पर चला इसके बाद हेमंत कटारे ने पुलिस में इसकी शिकायत की। छात्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, गिरफ्तार होने के बाद छात्रा की ओर से हेमंत कटारे के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज करवाई गई।