कोलकाता। नौकरी छूटने, वेतन में कटौती और वेतन वृद्धि को रोकने के तूफान के बीच कुछ कंपनियों के कड़ा रुख अख्तियार किया है। हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, जॉनसन एंड जॉनसन, फ्लिपकार्ट, HCCB, Myntra, CSS Corp, BharatPe, Inflexion Point Ventures और BSH होम अप्लायंस आदि उन कंपनियों में से हैं, जिन्होंने कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की, वैरिएबल पे दी और और कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुए इस कठिन समय में भी कर्मचारियों को बढ़ावा देना चुना है।
मुआवजा विशेषज्ञों ने कहा कि जब सभी कंपनियां व्यावसायिक वास्तविकताओं के आधार पर निर्णय ले रही हैं, तो Covid-19 संकट के दौरान वे जो चिंता प्रदर्शित कर रही हैं, उसका असर कर्मचारियों की लंबे समय तक टिकने वाली गुडविल पर पड़ेगा।
इस अप्रत्याशित समय में संगठनों के लिए यह सहानुभूति दिखाने का और अपने कर्मचारियों के हित का ख्याल रखने का एक शानदार अवसर है। सीएसएस कॉर्प के सीईओ मनीष टंडन ने कहा कि हमारा मानना है कि पे हाइक देने से इन अनिश्चित समय में निश्चितता जुड़ने में मदद मिलेगी। आईटी सेवा कंपनी ने अपने 7,000-मजबूत कर्मचारियों को वेतन वृद्धि और परिवर्तनीय भुगतान किया है।
बीएसएच होम अप्लायंसेज के एमडी और सीईओ नीरज बहल कहते हैं कि इस अनिश्चित समय में कर्मचारियों का मनोबल ऊंचा रखना और उन्हें सुरक्षा का एहसास दिलाना हमारा काम है। कंपनी ने मार्केटिंग और यात्रा की लागत में कटौती के साथ ही नई नौकरियों को अभी नहीं खोला है, लेकिन कर्मचारियों को वेतन वृद्धि दी गई है।
इन्फ्लेशन प्वाइंट वेंचर्स के सीईओ विनय बंसल ने कहा कि हमने वेतन काटने या लोगों को हटाने का निर्णय नहीं लिया क्योंकि मार्च शुरू होने के दौरान मैक्रो ट्रेंड कमजोर दिख रहा था। हमारा संगठन पहले लोगों को रखता है और हम मानते हैं जब लोगों को प्राथमिकता दी जाती है, तो संगठन के लिए लोग चीजों को बनाते हैं।
वहीं, टाटा कन्सल्टेंसी सर्विस, विप्रो, पीडब्ल्यूसी इंडिया और इंफोसिस ने डेफर्ड हाइक दी है। इसके उलट रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओयो रूम्स, टीवीएस मोटर्स ने वेतन में कटौती की है, जबकि ओला, उबेर, जोमैटो और आईबीएम उन कंपनियों में शामिल हैं, जिन्होंने कर्मचारियों को निकाल दिया है।