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जिले में 10 से 25 फरवरी तक खिलाई जाएगी फाइलेरिया की गोली

       

कटनी। जिले में 10 से 25 फरवरी 2025 तक होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन के सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम इस वर्ष भी होना निर्धारित हुआ है। इस हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सभा कक्ष में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ.ब्रजेश पटेल जिला मलेरिया अधिकारी डिन्डोरी, संभागीय कीट विज्ञानी व श्रीमति शालिनी नामदेव जिला मलेरिया अधिकारी कटनी द्वारा पीपीटी के माध्यम से कार्यक्रम की संपूर्ण जानकारी प्रदाय की गई। फाइलेरिया से बचाव हेतु सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए) 10 फरवरी से 25 फरवरी तक किया जाना है। इस वर्ष एमडीए का कार्यक्रम जिले के 04 विकासखंड विजयराघवगढ, बहोरीबंद, रीठी, कन्हवारा में होना निर्धारित हुआ है। इन चार विकासखंडो के कुल लक्षित जनसख्या 811545 है। जिसमें 3246 दवा सेवक व 325 सुपरवाईजर कटनी जिले के 02 वर्ष से उपर के समस्त जनसमुदाय को हाथी पांव से बचाव हेतु उम्र के अनुसार डीईसी, एल्बेन्डाजोल व आइवरमेक्टिन की गोली का सेवन दवा सेवक बूथ स्तर एवं घर-घर जाकर अपने समक्ष में करायेंगे। एमडीए कार्यक्रम में 10 से 14 फरवरी बूथ दिवस में शासकीय/अशासकीय शाला, कालेज, कार्यालय में उपस्थित सभी छात्र, छात्राओ, अधिकारी व कर्मचारियो को फाइलेरिया से बचाव हेतु दवा का सेवन समक्ष में कराया जावेगा। 15 से 21 फरवरी दवा सेवक घर-घर जाकर समक्ष में दवा का सेवन करायेंगे। 22 से 25 फरवरी छूटे हुये जनसमुदाय को दवा का सेवन कराया जावेगा। संक्रमित जिले में फाइलेरिया से बचाव हेतु तीन प्रकार की दवाओ का सेवन वर्ष में एक बार करना आवश्यक होता है। वर्ष में एक बार दवा का सेवन कर फाइलेरिया से बचा जा सकता है। एमडीए कार्यक्रम में डीईसी, एल्बेन्डाजोल व आईवरमेक्टिन दवा का सेवन दवा सेवको द्वारा कराया जावेगा। डीईसी व एल्बेन्डाजोल की गोली उम्र के अनुसार व आईवरमेक्टिन की गोली ऊंचाई के अनुसार खिलाई जावेगी। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती माता व अति गंभीर रोगियो को इन दवाओ का सेवन नही कराया जावेगा। आईवरमेक्टिन की दवा 05 वर्ष से उपर व 90 सेन्टीमीटर से अधिक उचाई के लोगो को ही खिलाई जावेगी। तीनो दवा का सेवन दवा सेवक के समक्ष साथ में ही करना है। दवा सेवन के प्रतिकुल प्रभाव जैसे बुखार, उल्टी, जी मचलाना, चक्कर आना उन्ही लोगो में देखने को मिलते है जिनमें माईकोफाइलेरिया का संक्रमण पाया जाता है ये प्रभाव कुछ ही देर में स्वयं ठीक हो जाते है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.राजेश अठ्या द्वारा सभी से अपील है कि सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान दवा सेवन कर कटनी को फाइलेरिया मुक्त करने में अपना अमूल्य योगदान देवे।

 

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