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1 अप्रैल के बाद भी जारी रह सकती है शराब दुकानों की नीलामी, 15,772 करोड़ राजस्व मिलना तय

1 अप्रैल के बाद भी जारी रह सकती है शराब दुकानों की नीलामी, 15,772 करोड़ राजस्व मिलना तय

भोपाल। शराब दुकानों से 15,772 करोड़ राजस्व मिलना तय है वहीं एक अप्रैल के बाद भी नीलामी जारी रह सकती हैं। बीते साल से 22.3% अधिक मिल चुका, उज्जैन में 380 करोड़, जबलपुर में 162 करोड़ तो इंदौर में 198 करोड़ की नीलामी बाकी है।

पिछले वर्ष की तुलना में 22.3% अधिक राजस्व

मध्यप्रदेश में चल रही शराब दुकानों की नीलामी से अब तक पिछले वर्ष की तुलना में 22.3% अधिक राजस्व प्राप्त हो चुका है। राज्य के 32 जिलों में सभी शराब दुकानों की नीलामी पूरी हो चुकी है। शनिवार तक आबकारी विभाग को नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से कुल 15,772 करोड़ रुपये का राजस्व मिलना तय हो गया है। उज्जैन में अभी भी 380 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होना बाकी है।

उज्जैन में कई शराब दुकानों के बंद होने के कारण, इस राजस्व की भरपाई उन दुकानों से की जाएगी जो चालू हैं। पिछले वर्ष आबकारी विभाग को 13,896 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस बार 20% वृद्धि के साथ राजस्व का लक्ष्य 16,613 करोड़ रुपये रखा गया है। विभाग के अनुसार, ई-टेंडरिंग और बोली प्रक्रिया रविवार और सोमवार को भी जारी रहेगी। यदि आवश्यक हुआ तो नीलामी प्रक्रिया 1 अप्रैल के बाद भी जारी रह सकती है। अभी शेष बची दुकानों से 1,147 करोड़ रुपये की वसूली बाकी है।

1 अप्रैल के बाद भी जारी रह सकती है नीलामी

इंदौर में 198 करोड़ रुपये, जबलपुर में 162 करोड़ रुपये, दमोह में 159 करोड़ रुपये और देवास में 82 करोड़ रुपये मूल्य की शराब दुकानों की नीलामी अभी बाकी है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि बहुत कम मूल्य पर नीलामी नहीं की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर 1 अप्रैल के बाद भी नीलामी जारी रह सकती है। अब तक लगभग 95% राजस्व प्राप्त होना तय हो चुका है।

Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम

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