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Election Results: हरियाणा के रुझानों के बीच कंगना रनौत ने ली चुटकी; क्या ‘जलेबी’ के जरिए कांग्रेस पर कसा तंज?

Election Results: हरियाणा के रुझानों के बीच कंगना रनौत ने ली चुटकी; क्या ‘जलेबी’ के जरिए कांग्रेस पर कसा तंज?. हरियाणा में इस बार के विधानसभा चुनाव के शुरुआत रुझानों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। हरियाणा में पहले जहां कांग्रेस को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा था। वहीं, अब सत्तारूढ़ भाजपा तेजी से बहुमत हासिल करती दिखाई दे रही है। इन्हीं सबके बीच अब भाजपा सासंदों ने सबसे पुरानी पार्टी की चुटकी ली है। सांसद व अभिनेत्री कंगना रनौत ने कांग्रेस का नाम लिए बिना सोशल मीडिया पर जलेबी की तस्वीर साझा कर हमला बोला।

 


यह है मामला
दरअसल, हरियाणा में सुबह जब मतगणना शुरू हुई तो कांग्रेस को बहुमत मिलता दिखाई दिया। एक वक्त तो ऐसा आया कि सबसे पुरानी पार्टी का आंकड़ा 60 के करीब पहुंच गया था। ऐसे में मुख्यालय पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम लगने लगा था और ढोल नगाड़े बजने लगे थे। यहां तक कुछ नेताओं ने मिठाइयां तक बांट दी थीं। हालांकि, दोपहर होते-होते यह आंकड़े बदल गए। अब सत्तारूढ़ भाजपा तेजी से बहुमत हासिल करती दिखाई दे रही है।
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कंगना ने ली चुटकी
ऐसे में अभिनेत्री कंगना रनौत और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर निशाना साधा। रनौत ने इंस्टाग्राम की स्टोरी पर जलेबियों की तस्वीर साझा की। उन्होंने इस तस्वीर में एक हैशटैग का भी इस्तेमाल किया है। उन्होंने लिखा- हैशटैग हरियाणा इलेक्शन 2024।

 

क्या बोले पूनावाला?
वहीं, चुनावी रुझानों पर पूनावाला ने कहा, ‘सुबह साढ़े साठ से नौ बजे के बीच पवन खेड़ा जलेबी बांट रहे थे। बाद में साढ़े 11 बजे उनके प्रवक्ता चुनाव आयोग की आलोचना करने लगे। इतना ही नहीं, दोपहर 12 बजे तक जयराम रमेश ने देश की संस्थाओं पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।’

उन्होंने कहा कि यह काफी नहीं हैं। दोपहर दो बजे तक कांग्रेस मतदाताओं की सूझबूझ पर सवाल उठाने लगेगी। जम्मू-कश्मीर हो या हरियाणा, कांग्रेस को संदेश दिया गया है कि पहलवान, जवान, नौ जवान, किसान सब मोदी का सम्मान करते हैं और राहुल गांधी नफरत की दुकान हैं।

 

क्या है हरियाणा की राजनीति?
हरियाणा में भाजपा को इस चुनाव में जहां अपनी साख बचाने की चिंता है तो वहीं, कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता में वापसी के सपने देख रही है। पंजाब से अलग होकर 1966 में हरियाणा का गठन हुआ और उसके बाद से राज्य में जाटों की सियासत बेहद प्रभावशाली रही है। बीते 58 साल के इतिहास की बात करें तो हरियाणा में 33 सालों तक जाट समुदाय के नेताओं ने राज किया है। 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए मंगलवार को हो रही मतगणना के शुरुआती नतीजों में भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है। हालांकि, यह शुरुआती रुझान है, मगर यह पूरे चुनावी नतीजों का ट्रेलर जरूर कहा जा सकता है।

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