पीड़ा नहीं सुनतीं डॉक्टर, बेडशीट, कंबल तक नहीं मिले,उपभोक्ता उत्थान संगठन की महिला विंग ने किया जिला अस्पताल दौर
कटनी. उपभोक्ता उत्थान संगठन की महिला विंग ने शुक्रवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान जच्चा-बच्चा वार्ड की दुर्दशा उजागर हुई। जांच में सामने आया कि वार्ड में मरीजों के लिए आवश्यक सुविधाओं का अभाव है। मरीजों को अपनी बेडशीट, तकिए के कवर और कंबल खुद लाने पड़ रहे हैं। यह निरीक्षण राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिशंकर शुक्ला के निर्देश पर किया। अस्पताल में भर्ती महिलाओं को पोषण के लिए दिए जाने वाले दूध की आपूर्ति अनियमित पाई गई। कभी दूध दिया जाता है, तो कभी नहीं। लड्डू भी बंटने के दौरान कुछ मरीजों को मिलते हैं और कुछ को नहीं, जिससे भेदभाव दिखता है।
नर्सों और डॉक्टरों की लापरवाही- मरीजों की शिकायत है कि यदि किसी महिला को अचानक दर्द उठता है और नर्स या डॉक्टर को बुलाया जाता है, तो कोई नहीं आता। इस लापरवाही से कई मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। अस्पताल में साफ-सफाई की हालत बेहद चिंताजनक पाई गई। विशेष रूप से पलंग के पास रखे खाने और
दवाइयों के बॉक्स में कॉकरोच और अन्य कीड़े देखे गए। इससे जच्चा और बच्चा दोनों को गंभीर संक्रमण का खतरा हो सकता है।
स्वास्थ्य मंत्री और कलेक्टर तक पहुंचेगी शिकायत- महिला विंग ने इस मामले की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री और कलेक्टर तक पहुंचाने की बात कही। निरीक्षण टीम में जिला अध्यक्ष प्रीति सेन, नगर अध्यक्ष उमा बहरे, प्रदेश उपाध्यक्ष उषा पांडे, उपाध्यक्ष आराधना तिवारी, उपाध्यक्ष अर्चना दुबे, रीना कुचीया और आशा सुहाने शामिल रहीं। सरकारी अस्पताल की दुर्दशा पर जल्द उचित कार्रवाई की मांग की गई है, ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।