उपमुख्यमंत्री के समक्ष उठी पूर्ण वरिष्ठता की मांग
उपमुख्यमंत्री के समक्ष उठी पूर्ण वरिष्ठता की मां
शासकीय शिक्षक संगठन के रीवा अधिवेशन के दौरान राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्त कर प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक बनाये गए अध्यापक संवर्ग की उनके प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता का मुद्दा छाया रहा।
सदैव ही शिक्षक हितैषी रहे मध्यप्रदेश शासन के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के उपमुख्यमंत्री के पद पर एक वर्ष पूर्ण होने पर शासकीय शिक्षक संगठन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संगठन के प्रांताध्यक्ष कहा कि राजेंद्र शुक्ल विंध्य क्षेत्र में विकास के नित नए आयाम गढ़े हैं, जो सभी के लिए प्रेरणास्पद हैं और अब समय आ गया है कि प्रदेश के शिक्षकों को उनका वाजिब हक उनकी वरिष्ठता दिलाने के लिए उपमुख्यमंत्री आगे आएं।
प्रांताध्यक्ष राकेश दुबे ने कहा कि शासन द्वारा वर्ष 2018 में राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्त कर प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक बनाये गए अध्यापक संवर्ग की वरिष्ठता की गणना उनके पूर्व के प्रथम नियुक्ति दिनांक जब वे शिक्षाकर्मी, गुरुजी, संविदा शिक्षक के पद पर नियुक्त हुए थे से न करते हुए विभाग वरिष्ठता की गणना 01 जुलाई 2018 से कर रहा है जिससे सम्बंधित शिक्षकों की अधिकतम 20 वर्ष तक की वरिष्ठता शून्य हो रही है।
अधिवेशन को संबोधित करते प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि मैं इस मुद्दे की गंभीरता को समझ रहा हूँ और मुख्यमंत्री जी के समक्ष इसे पूरी वजनदारी से रखूंगा, परन्तु मामला चूंकि वित्त से जुड़ा हुआ है इसलिए इस पर वित्तमंत्री से वार्ता के पहले ज्यादा कुछ नही कह सकता। और हम इस पर शीघ्र ही वार्ता करेंगे।
शासकीय शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष रीवा चंद्रोदय मिश्रा के कुशल संयोजन में आयोजित उक्त आयोजन में कटनी जिले संगठन के संयोजक देवेंद्र तिवारी, संदीप पुरवार, कल्याण तिवारी के नेतृत्व में अनेकों शिक्षक साथियों के साथ साथ रीवा, सतना, सीधी, मैहर, मऊगंज, अनूपपुर, जबलपुर सहित अनेक जिलों से शिक्षक एवं पदाधिकारी शामिल हुए।