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बड़ी खबर: टेस्ला भारत में करने जा रही है एंट्री, मस्क की पीएम मोदी से मुलाकात जल्द, नौकरी के नए अवसर खुलेंगे

       

बड़ी खबर: टेस्ला भारत में करने जा रही है एंट्री, एलॉन मस्क की मोदी से मुलाकात जल्द, नौकरी के नए अवसर खुलेंगे। टेस्ला की भारत में एंट्री का रास्ता करीब-करीब साफ होता नजर आ रहा है. दरअसल टेस्ला इंडिया ने भारत के लिए linkedin पर नौकरियां निकाली है. ये जॉब्स मुंबई के लिए हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि अमेरिका में PM मोदी और एलन मस्क की मुलाकात सफल रही है. क्योंकि ये नौकरियां 23 घंटे पहले लिंकडिन पर पोस्ट की गई हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ट्र ट्रंप के टैरिफ वॉर के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की यूएस यात्रा, इस यात्रा में एलन मस्क से मुलाकात, अब टेस्ला की भारत में हायरिंग की शुरुआत काफी कुछ कहानी बयां कर रही है. टेस्ला ने भारत में हायरिंग शुरू कर दी है. इस हायरिंग के शुरुआती दौर में टेस्ला ने 13 जॉब्स निकाली हैं. इससे साफ लग रहा है कि पीएम मोदी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की मुलाकात काफी पॉजिटिव रही है. साथ ही अनुमान ये भी है कि आने वाले दिनों में टेस्ला और भी हायरिंग कर सकती है।

आपको बता दें कि बीते कई सालों से भारत टेस्ला को लाने की तैयारी कर रहा था. टेस्ला भी भारत में एंट्री को आतुर थात्र लेकिन इन सब के बीच भारत के टैक्स और ड्यूटीज आड़े आ रही थी. अब जब ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं और टैरिफ को लेकर उनका रवैया दिख रहा है. उसमें भारत ने अपने कदम को थोड़ा पीछे खींचा है. बजट में जिस से इंपोर्ट ड्यूटी कम किया गया है. उससे साफ है कि अमेरिका के टैरिफ वॉर से भारत अलग रहना चाहता है और ज्यादा से बिजनेस बढ़ाना चाहता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर टेस्ला की ओर से हायरिंग को लेकर किस तरह की रिपोर्ट सामने आई है.

टेस्ला ने शुरू की हायरिंग

अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार विनिर्माता टेस्ला ने भारत में विभिन्न पदों के लिए भर्तियां शुरू की हैं. इनमें व्यवसाय संचालन विश्लेषक और ग्राहक सहायता विशेषज्ञ शामिल हैं, जो कंपनी के देश में प्रवेश के लिए एक अग्रदूत हो सकता है. कंपनी की वेबसाइट पर भर्ती वाली नौकरी के नोटिफिकेशन के अनुसार, ये पद मुंबई उपनगरीय क्षेत्र के लिए हैं. Linkedin को देखने पर पता चला है कि मुंबई के लिए टेस्ला सिर्फ 13 लोगों की हायरिंग करने जा रहा है।

इन पोस्ट के लिए निकाली जॉब्स

इन भूमिकाओं में सेवा सलाहकार, पार्ट्स सलाहकार, सेवा तकनीशियन, सेवा प्रबंधक, बिक्री एवं ग्राहक सहायता, स्टोर प्रबंधक, बिक्री एवं ग्राहक सहायता, व्यवसाय संचालन विश्लेषक, ग्राहक सहायता पर्यवेक्षक, ग्राहक सहायता विशेषज्ञ, वितरण संचालन विशेषज्ञ, ऑर्डर संचालन विशेषज्ञ, आंतरिक बिक्री सलाहकार और उपभोक्ता सहभागिता प्रबंधक शामिल हैं. कंपनी को ई-मेल कर पूछा गया कि ये भर्तियां कंपनी की भारतीय बाजार में प्रवेश की योजना का हिस्सा हैं तथा भारत में बिक्री शुरू करने की संभावित समयसीमा क्या है. हालांकि, फिलहाल इस प्रश्न का उत्तर नहीं मिला।

काफी समय से था इंतजार

टेस्ला द्वारा भारत में नियुक्तियां कंपनी के संस्थापक और अमेरिका के अरबपति एलन मस्क की भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हाल ही में हुई बैठक के बाद हुई हैं. भारतीय बाजार में टेस्ला के संभावित प्रवेश का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. पिछले अप्रैल में, एलन मस्क ने बहुत भारी टेस्ला दायित्वों का हवाला देते हुए आखिरी समय में भारत की अपनी प्रस्तावित यात्रा स्थगित कर दी थी. हालांकि, प्रस्तावित यात्रा से उम्मीदें बढ़ गई थीं कि मस्क जल्द से जल्द भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री के लिए आगे की योजना की घोषणा करेंगे।

ईवी पॉलिसी का ऐलान

उनकी भारत यात्रा की योजना ऐसे समय में बनी है जब कुछ सप्ताह पहले ही सरकार ने नई इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति की घोषणा की है जिसके तहत 50 करोड़ डॉलर के न्यूनतम निवेश के साथ देश में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने वाली कंपनियों को आयात शुल्क में रियायत दी जाएगी. इस कदम का उद्देश्य टेस्ला जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियों को आकर्षित करना है।

क्या अब बदलेंगे हालात?

टेस्ला की ओर से की जा रही हायरिंग काफी कुछ बदलाव की ओर इशारा कर रही है. दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी और ट्रंप के सबसे करीबी सलाहकार मस्क का भारत में हायरिंग करना साफ दिखा रहा है कि टैरिफ को लेकर ट्रंप प्रशासन और भारत के बीच जो खींचतान चल रही थी वो अब शांत होती दिखाई दे रही है. ट्रंप भारत को पहले से ही टैरिफ किंग कहते आए हैं. ऐसे में टेस्ला के लिए भारत में हायरिंग इस बात की ओर भी इशारा कर रहा है कि दोनों पक्षों के बीच टैक्स को लेकर नेगोसिएशंस हो चुकी है. भारत ने अपनी ईवी पॉलिसी में काफी कुछ बदलाव और टैक्स में कमी की है. जिसकी डिमांड एलन मस्क करते आ रहे थे।

बदलेगा भारत को लेकर रुख

वहीं दूसरी ओर टेस्ला की भारत में एंट्री के बाद ट्रंप प्रशासन के अलावा यूरोप और दुनिया के बाकी देशों का भी भारत को लेकर रुख बदल सकता है. उसका कारण भी है. ट्रंप और मस्क की भारत को लेकर सबसे बड़ी चिंता इंपोर्ट ड्यूटी थी. अब जब टेस्ला हायरिंग कर रही है, तो ये समझ जाना चाहिए कि ट्रंप और टेस्ला की टैरिफ चिंता दूर हो गई है. जिसका साफ संदेश दुनिया के बाकी देशों और ईवी से जुड़ी कंपनियों में देखने को मिलेगा. जिसका फायदा भारत को हो सकता है. वैसे ही जैसे कोविड के दौरान एपल की भारत में एंट्री के दौरान देखने को मिला था. भारत को चीन एक बड़ा विकल्प मानकर दुनिया के सामने पेश किया गया था।

चीन की हालत होगी खराब?

वहीं दूसरी ओर चीन की हालत भी खराब होने का अनुमान है. पहले एपल और अब टेस्ला के भारत जाने के बाद साफ दिखाई दे रहा है कि जल्द ही भारत टेस्ला के लिए वैसा ही जरूरी बन जाएगा, जैसा एपल के लिए बना हुआ है. मौजूदा समय में भारत से इंपोर्ट होने वाले एपल फोन और दूसरे गैजेट्स वॉल्यूम लगातार बढ़ता ही जा रहा है. यहां तक कि एपल ताअवानी पार्टनर कंपनीज लगातार भारत में निवेश कर रही हैं. ऐसे में टेस्ला को लेकर भी आने वाले दिनों में कहा जा सकता है. भारत के कई राज्य पहले ही टेस्ला और उसके सीईओ एलन मस्क को कई ऑफर्स दे चुकी हैं. जिसमें तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना आदि राज्य शामिल हैं. ऐसे में चीन के लिए आने वाले सालों में बड़ा झटका साबित हो सकता है।

कितना हो सकता है निवेश?

करीब डेढ़ साल पहले जब एलन मस्क के भारत में आने की चर्चा चल रही थी, तब इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था​ कि वो 3 से 5 अरब डॉलर यानी 25 से 40 हजार करोड़ रुपए का निवेश कर सकते हैं. अब परिस्थितियों में काफी बदलाव हुआ है. ऐसे में अब अनुमान इससे कहीं ज्यादा का लगाया जा रहा है. भारतीय अधिकारियों के अनुमान के अनुसार टेस्ला अब भारत में 65 से 80 हजार करोड़ रुपए यानी डबल निवेश कर सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो भारत के लिए एक बड़ा निवेश होगा. जो किसी भी दूसरी विदेशी के मुकाबले कहीं ज्यादा है।

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