भारतीय दल ने हांगझोऊ में एशियाई खेल 2023 की शुरुआत शानदार अंदाज में की है। भारत ने पहला पदक 24 सितंबर को जीता था और उसके बाद से जीत का सिलसिला जारी है। 2018 एशियाई खेलों में भारतीय दल ने 570 सदस्यीय मजबूत दल से 70 पदक अर्जित करके एशियाड में अपना सबसे ज्यादा पदक का रिकॉर्ड बनाया था। अब इस संस्करण में, भारतीय टीम को अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ को पार कर लिया है। अब भारत के सामने 100 से ज्यादा पदक हासिल करने के लक्ष्य को पूरा करने की चुनौती है। भारत के लिए हांगझोऊ में महिला शूटिंग टीम ने 24 सितंबर को पदक का खाता खोला था।
महिला रेसलिंग में भारत की नई स्टार अंतिम पंघाल ने 53 किलो भारवर्ग में भारत को कांस्य पदक दिलाया। भारतीय पहलवान ने पदक मुकाबले में मंगोलिया की बैट ओचिर बोलोरतुया को 3-1 से हराया। बैट ओचिर टोक्यो ओलंपिक की पदक विजेता हैं।
यह 19वें एशियाई खेलों में कुश्ती में भारत का दूसरा पदक है। इससे पहले ग्रीको रोमन में सुनील ने पदक दिलाया था। वहीं, इन खेलों में महिला कुश्ती में भारत का पहला पदक है। अंतिम को एशियाई खेलों की टीम में तब शामिल किया गया था जब विनेश फोगाट चोट के कारण हट गईं थी।
इससे पहले अंतिम ने उज्बेकिस्तान की जैस्मिना को 11-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। 19 साल की अंतिम को दो बार की विश्व चैंपियन जापान की अकारी फुजिनामी के हाथों क्वार्टर फाइनल में हार मिली थी लेकिन उसके बाद रेपचेज दौर में भारतीय पहलवान ने वापसी करते हुए भारत को 12वें दिन कुश्ती में खाली हाथ लौटने से बचा लिया।
अंतिम के अलावा बाकी पहलवानों ने निराश किया। ग्रीको रोमन शैली में नरिंदर चीमा ( 97 भारवर्ग), नवीन (130) और पूजा गहलोत (50 भारवर्ग) अपने मुकाबले हारकर बाहर हो गए। चीमा को क्वार्टर फाइनल में कोरिया के ली ने 3-1 से पराजित किया।
नवीन को चीनी पहलवान ने 3-0 से हराया। पूजा गहलोत को कांस्य पदक के मुकाबले में एकटेंगे ने 9-2 से हराया। मानसी (57 भारवर्ग) को उज्बेकिस्तान की लेलोखन ने 70 सेकंड में चित कर दिया।