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Heat stroke Alert in Katni: हीट स्ट्रोक से बचने के लिए दोपहर में 12 से 04 बजे के बीच घर से बाहर ना निकलें, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाईजरी

Heat stroke Alert in Katni: हीट स्ट्रोक से बचने के लिए दोपहर में 12 से 04 बजे के बीच घर से बाहर ना निकलें, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाईजरी

Heat stroke Alert in Katni: हीट स्ट्रोक से बचने के लिए दोपहर में 12 से 04 बजे के बीच घर से बाहर ना निकलें, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाईजरी। जिले में तापमान बढते ही तेज गर्मी बढ़ने लगी है। गर्मी से मानव स्वास्थ्य पर होन वाले दुष्प्रभाव, बचाव एंव उपचार के संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवाईजरी जारी की गई है।

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Heat stroke Alert in Katni

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप अठ्या द्वारा आमजन को हीट स्ट्रोक (लू) से बचने के लिये एडवाईजरी जारी की गई है।

लू के लक्षण

सिर में भारीपन और दर्द का अनुभव होना, तेज बुखार के साथ मुंह का सूखना। चक्कर और उल्टी आना। कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना। शरीर का तापमान अधिक होने के बावजूद पसीने का ना आना। अधिक प्यास लगना और पेशाब कम आना। भूख कम लगना। बेहोश होना।

लू से बचाव के उपाय

     लू लगने का प्रमुख कारण तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण शरीर में पानी और खनिज, मुख्यतया नमक की कमी हो जाना होता है। अतः इससे बचाव के लिए बहुत अनिवार्य ना हो तो घर से बाहर ना जावें। धूप में निकलने से पहले सर व कानों को कपडें से अच्छी तरह बांध ले। पानी अधिक मात्रा में पियें। अधिक समय तक धूप में न रहें। गर्मी के दौरान नरम मुलायम सूती कपडे पहनने चाहिए ताकि हवा और कपडे पसीने को सोखते रहें। अधिक पसीना आने की स्थिति में ओ.आर.एस.घोल पियें। चक्कर आने मितली आने पर छाया दार स्थान पर आराम करें तथा शीतल पय जल अथवा उपलब्ध हो तो फल का रस, लस्सी, मट्ठा आदि का सेवन करें। उल्टी सर दर्द तेज बुखार की दशा में निकट के अस्पताल अथवा स्वास्थ्य केन्द्र जावें। बच्चे बुजुर्ग एंव बीमार व्यक्ति घर से बाहर कम निकले, विशेषतः दोपहर में 12 से 04 बजे के बीच घर से बाहर ना जाऐं।

लू लगने पर कियें जाने वाले प्रारंभिक उपचार

     बुखार पीडित व्यक्ति के सर पर ठंडे पानी की पट्टी लगावें। अधिक पानी व पेय पदार्थ पिलावें जैसे कच्चे आम का पना, जलजीरा आदि। पिडित व्यक्ति को पंखे के नीचें हवा में लेटायें देवें। शरीर पर ठंण्डे पानी का छिडकाव करते रहें। पीडित व्यक्ति हो शीघ्र ही किसी नजदीकी चिकित्सक या अस्पताल में इलाज के लिए ले जावें। आशा/ए.एन.एम. से ओ.आर.एस. की पैकेट हेतु संपर्क करें।

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