ईद की सिवईंया के साथ गुझिया भी खाएं, पीस कमेटी की बैठक में बोले सीओ अनुज चाैधरी
ईद की सिवईंया के साथ गुझिया भी खाएं, पीस कमेटी की बैठक में बोले सीओ अनुज चाैधरी

ईद की सिवईंया के साथ गुझिया भी खाएं, पीस कमेटी की बैठक में बोले सीओ अनुज चाैधरी।
संभल के सीओ अनुज चौधरी ने पीस कमेटी की बैठक में कहा कि पुलिस का उद्देश्य केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना है, न कि किसी विशेष समुदाय के खिलाफ कार्रवाई करना। हम केवल इतना चाहते हैं कि शांति व्यवस्था बनी रहे और कोई भी उपद्रव न हो। सीओ ने कहा कि अगर आप ईद की सिवईंया खिलाना चाहते हैं तो आपको गुझिया भी खानी पड़ेगी।
ईद की सिवईंया के साथ गुझिया भी खाएं, पीस कमेटी की बैठक में बोले सीओ अनुज चाैधरी
इससे पहले बैठक में एएसपी श्रीश्चंद ने स्पष्ट किया कि कोतवाली संभल क्षेत्र में मस्जिद और ईदगाह के अंदर ही नमाज अदा की जाएगी। सड़कों पर किसी भी हालत में इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी। नियमों के उल्लंघन की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने और नियमों का पालन करने की अपील की है।
संभल में संवेदनशील माहौल को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने ईद, नवरात्र के मद्देनजर पीस कमेटी की बैठक बुलाई। बैठक में दोनों समुदायों के प्रमुख लोग शामिल हुए। इस दौरान एएसपी श्रीशचंद्र, एसडीएम वंदना मिश्रा शामिल थे। सीओ अनुज चौधरी ने लोगों को शांति बनाए रखने को कहा।
बैठक के दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने घर की छतों पर नमाज पढ़ने की अनुमति मांगी, जिस पर प्रशासन ने साफ इनकार कर दिया।
अगर मैं गलत था तो कोर्ट में जाते, सजा दिलाते: सीओ
होली और जुमे की नमाज को लेकर दिए गए बयान पर उठे विवाद के बीच सीओ अनुज चौधरी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद सिर्फ शांति बनाए रखना था और उन्होंने किसी के खिलाफ कुछ नहीं कहा। बुधवार को कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक में सीओ चौधरी ने कहा कि अगर मेरा बयान गलत था तो लोग हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जाते, सजा दिलाते।
उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया? उन्होंने जोर देकर कहा कि वे हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लिए बराबर काम कर रहे हैं। दरअसल, होली से पहले सीओ चौधरी ने कहा था कि होली साल में एक बार आती है, लेकिन जुमे की नमाज 52 बार होती है। जिसे रंगों से परेशानी हो, वह उस दिन घर में ही रहे।
इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। अब सीओ चौधरी ने स्पष्ट किया कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि सभी त्योहारों का सम्मान बनाए रखना था। हम चाहते हैं कि हर जगह शांति बनी रहे। उन्होंने आपसी भाईचारे पर जोर देते हुए कहा कि अगर आप ईद पर सेवइयां खिलाना चाहते हैं तो आपको गुझिया भी खानी पड़ेगी।
जब एक पक्ष खाता है और दूसरा नहीं, तो भाईचारा वहीं खत्म हो जाता है। संभल में हाल ही में हुई हिंसा पर पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए थे। इस पर सीओ चौधरी ने कहा कि गिरफ्तारियां जांच और सबूतों के आधार पर हो रही हैं। पुलिस कोई राजनीति नहीं कर रही और न ही उसका कोई ऐसा इरादा है।
इस बयान को लेकर पहले भी चर्चा में आए थे सीओ
इससे पहले संभल के सीओ अनुज चौधरी ने कहा था कि जुमा वर्ष में 52 और होली एक बार आती है। यदि मुस्लिम समुदाय का होली के रंग से धर्म भ्रष्ट होता है तो वह उस दिन घर से न निकलें। अगर कोई रंग डाल दे तो बुरा न मानें। बड़ा दिल होना चाहिए। आगे यह भी कहा कि हिंदू समुदाय के लोगों को भी ख्याल रखना चाहिए कि वह उस व्यक्ति पर रंग न डालें जो बुरा मान सकता है।
UP: संभल की सड़कों और छतों पर नमाज की अनुमति नहीं, पीस कमेटी की बैठक में पुलिस ने दिए निर्देश
होली से पहले संभल कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक आयोजित की गई थी। इसमें हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए थे। सीओ ने कहा था कि 14 मार्च को होली का पर्व है। इस दिन जुमे की नमाज भी होगी। जिस तरह से मुस्लिम पूरे वर्ष ईद का इंतजार करते हैं। वैसे ही हिंदू समुदाय के लोग होली के इंतजार में रहते हैं।
इस दिन रंग लगाने के साथ ही गले मिलकर मिठाई खिलाकर होली की बधाई दी जाती है। 24 नवंबर को हुए बवाल के बाद शहर अतिसंवेदनशील है। इसलिए पुलिस-प्रशासन के अधिकारी लगातार पीस कमेटी की बैठक कर सभी से शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील कर रहे हैं।
संभल के सीओ अनुज चौधरी ने पीस कमेटी की बैठक में कहा कि पुलिस का उद्देश्य केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना है, न कि किसी विशेष समुदाय के खिलाफ कार्रवाई करना। हम केवल इतना चाहते हैं कि शांति व्यवस्था बनी रहे और कोई भी उपद्रव न हो। सीओ ने कहा कि अगर आप ईद की सिवईंया खिलाना चाहते हैं तो आपको गुझिया भी खानी पड़ेगी।
इससे पहले बैठक में एएसपी श्रीश्चंद ने स्पष्ट किया कि कोतवाली संभल क्षेत्र में मस्जिद और ईदगाह के अंदर ही नमाज अदा की जाएगी। सड़कों पर किसी भी हालत में इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी। नियमों के उल्लंघन की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने और नियमों का पालन करने की अपील की है।
संभल में संवेदनशील माहौल को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने ईद, नवरात्र के मद्देनजर पीस कमेटी की बैठक बुलाई। बैठक में दोनों समुदायों के प्रमुख लोग शामिल हुए। इस दौरान एएसपी श्रीशचंद्र, एसडीएम वंदना मिश्रा शामिल थे। सीओ अनुज चौधरी ने लोगों को शांति बनाए रखने को कहा।
बैठक के दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने घर की छतों पर नमाज पढ़ने की अनुमति मांगी, जिस पर प्रशासन ने साफ इनकार कर दिया।
अगर मैं गलत था तो कोर्ट में जाते, सजा दिलाते: सीओ
होली और जुमे की नमाज को लेकर दिए गए बयान पर उठे विवाद के बीच सीओ अनुज चौधरी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद सिर्फ शांति बनाए रखना था और उन्होंने किसी के खिलाफ कुछ नहीं कहा। बुधवार को कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक में सीओ चौधरी ने कहा कि अगर मेरा बयान गलत था तो लोग हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जाते, सजा दिलाते।
उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया? उन्होंने जोर देकर कहा कि वे हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लिए बराबर काम कर रहे हैं। दरअसल, होली से पहले सीओ चौधरी ने कहा था कि होली साल में एक बार आती है, लेकिन जुमे की नमाज 52 बार होती है। जिसे रंगों से परेशानी हो, वह उस दिन घर में ही रहे।
इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। अब सीओ चौधरी ने स्पष्ट किया कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि सभी त्योहारों का सम्मान बनाए रखना था। हम चाहते हैं कि हर जगह शांति बनी रहे। उन्होंने आपसी भाईचारे पर जोर देते हुए कहा कि अगर आप ईद पर सेवइयां खिलाना चाहते हैं तो आपको गुझिया भी खानी पड़ेगी।
जब एक पक्ष खाता है और दूसरा नहीं, तो भाईचारा वहीं खत्म हो जाता है। संभल में हाल ही में हुई हिंसा पर पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए थे। इस पर सीओ चौधरी ने कहा कि गिरफ्तारियां जांच और सबूतों के आधार पर हो रही हैं। पुलिस कोई राजनीति नहीं कर रही और न ही उसका कोई ऐसा इरादा है।
इस बयान को लेकर पहले भी चर्चा में आए थे सीओ
इससे पहले संभल के सीओ अनुज चौधरी ने कहा था कि जुमा वर्ष में 52 और होली एक बार आती है। यदि मुस्लिम समुदाय का होली के रंग से धर्म भ्रष्ट होता है तो वह उस दिन घर से न निकलें। अगर कोई रंग डाल दे तो बुरा न मानें। बड़ा दिल होना चाहिए। आगे यह भी कहा कि हिंदू समुदाय के लोगों को भी ख्याल रखना चाहिए कि वह उस व्यक्ति पर रंग न डालें जो बुरा मान सकता है।
होली से पहले संभल कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक आयोजित की गई थी। इसमें हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए थे। सीओ ने कहा था कि 14 मार्च को होली का पर्व है। इस दिन जुमे की नमाज भी होगी। जिस तरह से मुस्लिम पूरे वर्ष ईद का इंतजार करते हैं। वैसे ही हिंदू समुदाय के लोग होली के इंतजार में रहते हैं।
इस दिन रंग लगाने के साथ ही गले मिलकर मिठाई खिलाकर होली की बधाई दी जाती है। 24 नवंबर को हुए बवाल के बाद शहर अतिसंवेदनशील है। इसलिए पुलिस-प्रशासन के अधिकारी लगातार पीस कमेटी की बैठक कर सभी से शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील कर रहे हैं।