MP Hospital: एमवाय अस्पताल में शुरू हुई ईआरसीपी मशीन, अब सस्ती होगी पेट की जांच। तीन वर्षों से एमवाय अस्पताल में रखी एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड कोलेंजियो पैनक्रिएटोग्राफी (ईआरसीपी) मशीन जल्द शुरू होगी। इससे संभागभर के गरीब और जरूरतमंद मरीजों को फायदा होगा, उन्हें निजी अस्पताल में मोटी रकम देकर यह जांच नहीं करवाना पड़ेगी। इसके लिए डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने प्रयास शुरू कर दिए हैं।
मशीन शुरू करने के लिए आवश्यक उपकरण मंगवाने सहित अन्य प्रक्रिया की जाएगी। 50 लाख की यह मशीन तीन वर्ष वर्ष अस्पताल लाई गई थी, लेकिन विभागीय डॉक्टरों द्वारा रुचि नहीं दिखाने के कारण यह अब तक शुरू नहीं हो पाई है।
निजी अस्पताल में ईआरसीपी से जांच करवाने का खर्च करीब 30 हजार रुपये आता है। ईआरसीपी मशीन पेट की जांच के लिए उपयोगी है। इससे लिवर और पित्ताशय की थैली की जांच की जाती है। अग्नाशय संबंधी विभिन्न विकारों का भी पता किया जा सकता है। जैसे अग्नाशय वाहिनी में रुकावट या रिसाव, ट्यूमर आदि का पता किया जाता है। यह पित्ताशय और लिवर की नलियों के कैंसर के इलाज में भी उपयोग होती है।
10 प्रतिशत मरीजों को पड़ती है जरूरत
एमवाय अस्पताल की ओपीडी में पेट संबंधित समस्याओं के लिए करीब 200 मरीज रोजाना आते हैं। इनमें से करीब 10 प्रतिशत मरीजों को ईआरसीपी मशीन से जांच की आवश्यकता होती है। पांच प्रतिशत आयुष्मान योजना के होते हैं, जिन्हें पैसा नहीं देना पड़ता है यानी करीब तीन लाख रुपये मरीजों को रोजाना निजी अस्पताल में जांच के लिए देने पड़ रहे हैं।
30 से 40 हजार में होती है जांच
निजी अस्पतालों में यह जांच 30 से 40 हजार रुपये में होती है। इतनी महंगी जांच करवाना गरीब-जरूरतमंदों के साथ मध्यमवर्गीय के लिए भी मुश्किल है। एमवाय अस्पताल में शुरू होने से आयुष्मान के मरीजों को निश्शुल्क और अन्य मरीजों की काफी कम दरों में जांच हो पाएगी। बता दें कि सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में ईआरसीपी मशीन संचालित हो रही है।
बड़ी संख्या में मरीजों को लाभ मिलेगा
एमवाय अस्पताल में ईआरसीपी मशीन जल्द शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए आवश्यक उपकरण मंगवाए जाएंगे। मशीन के शुरू होने से बड़ी संख्या में मरीजों को लाभ मिलने लगेगा। – डॉ. अरविंद घनघोरिया डीन, एमजीएम मेडिकल कॉलेज