कटनी पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया। दरअसल झिंझरी नाके में घूम रहे पश्चिम बंगाल के एक मानसिक विक्षिप्त बच्चे को चौकी झिंझरी पुलिस ने उसके परिवार से मिलाया। विगत 02 अक्टूबर को आम नागरिकों के द्वारा झिंझरी तिराहे पर एक अर्द्ध विक्षिप्त बालक को घूमते फिरते मिलने पर चौकी झिंझरी लाया गया था। बालक से पूछताछ करने पर पश्चिम बंगाल का निवासी होना बताया। बालक के परिजनों से बात करने पर पता चला कि बालक काम करने पूना महाराष्ट्र गया था तथा करीबन 7-8 दिन पहले गांव जाने के लिये ट्रेन से निकला था। जो विक्षिप्त होने के कारण कटनी रेल्वे स्टेशन में उतर गया होगा।
बालक के परिजन उसे लेने के लिये रवाना हो गये थे। बालक को सुरक्षित रखने तथा उसके खाने पीने आदि व्यवस्था की दृष्टि से बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अथर्व सिंह बघेल से निर्देश प्राप्त कर निर्धारित प्रक्रिया के तहत आसरा आश्रयगृह झिंझरी के केयरटेकर दुर्गेश मरैया से सम्पर्क कर बालक को सुरक्षित आश्रयगृह में रखा गया। आज बालक का भाई होशिरूल अली शेक पुलिस चौकी उपस्थित आया तथा अपने भाई का विक्षिप्त प्रमाण पत्र पेश किया।
बालक को उसके भाई के साथ उसके निवास स्थान ग्राम सहसपाड़ा थाना कंधी जिला मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल ट्रेन से रवाना किया गया है। बालक की देखरेख तथा उसके लगातार मेडिकल चेकअप तथा चौकी में उपस्थित रहने के दौरान उसके खानपान आदि कार्य हेतु पुलिस चौकी झिंझरी के आरक्षक नीरज दुबे ने सराहनीय कार्य किया है।