इंदौर। 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह जब घर वालों ने देखा तो वह फंदे पर थी। उसने सुसाइड नोट में मौत के लिए जिम्मेदार मां और छोटी बहन को ठहराया है। पिता के अनुसार, अलसुबह बेटी को जगाने पहुंचा तो वह फंदे पर लटक रही थी।
एरोड्रम टीआई अशोक पाटीदार के अनुसार, विजयश्री नगर में रहने वाली 19 वर्षीय युवती ने बुधवार देर रात फांसी लगा ली। पिता रिक्शा चलाते हैं। युवती ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी रात करीब साढ़े 11 बजे बीच वाले कमरे में साेने चली गई थी। सुबह साढ़े 5 बजे साेकर उठा और बेटी को उठाने के लिए दरवाजा खटखटाया तो भीतर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद किचन की खिड़की से छांककर देखा तो बेटी साड़ी के फंदे से पंखे पर लटकी थी। इसके बाद पत्नी और मैं खिड़की से ही भीतर घुसे, लेकिन बेटी की मौत हो चुकी थी। इसके बाद मैंने अपने साले को बताया, जिसने पुलिस को कॉल किया।
सुसाइड नोट में लिखा
पापा आइ एम सो सॉरी, जो मैंने ऐसा किया, पर मैं इस घर में किसी को पसंद नहीं थी और ना ही कोई मुझे इस घर में प्यार करता था। आप करते थे या नहीं, ये मुझे नहीं पता। आज ऐसा करने का कारण सिर्फ दो ही लोग हैं- आपकी पत्नी और आपकी बेटी। मैं इनको बुरी लगती थी। ये लोग दिन-रात पूरे मन से दुआ करते थे कि मैं भगवान के घर चली जाऊं। मैंने इनकी इच्छा पूरी कर दी। एक बात और आपकी पत्नी को बोल देना कि रोने का नाटक ना करे। अगर मेरी आत्मा की शांति चाहते हैं। घर में जिस-जिस को मुझसे दिक्कत थी, वो अब खुश हो जाएं।