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15 Mar 2025, Sat

सर्वे और बैठकों के बाद भी दलों में टेंशन बरकरार, बीजेपी-कांग्रेस को जिताऊ उम्‍मीदवार का इंतजार

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भोपाल। मिशन 2018 को फतह करने की जुगत में लगे राजनैतिक दल टिकटों के बंटवारे को लेकर बड़ी उलझन में हैं. कई दौर के सर्वे से लेकर मैराथन बैठकों के बाद भी दोनों ही दल अब तक नामों का एलान नहीं कर सके हैं. दावेदार भोपाल से लेकर दिल्ली तक पसीना बहा रहे हैं.
संघ की सर्वे रिपोर्ट ने बीजेपी को प्रत्याशी चयन के लिए दोबारा विचार करने पर मजबूर कर दिया है. पार्टी अपने आंतरिक सर्वे, केंद्र के निजी एजेंसी से सर्वे, पार्टी नेताओं की रायशुमारी, क्षेत्र में पकड़ सहित तमाम डेटा जुटाने के बाद भी टिकट फाइनल नहीं कर पा रही है. अब संघ की सर्वे रिपोर्ट के बाद पार्टी ने नय़े सिरे से मंथन शुरू कर दिया है.

संघ के क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते, सह प्रचार प्रमुख अरुण जैन, संगठन महामंत्री सुहास भगत ने अब मोर्चा संभाल लिया है. दशहरे के बाद दोबारा बैठकें की जाएंगी. पार्टी से मिले संकेतों के मुताबिक 25 अक्टूबर तक नामों का पैनल केंद्र को भेजा जाएगा.

कांग्रेस में टिकट के लिए इस बार बेहद मारामारी है. एक एक सीट के लिए कई दावेदार हैं. दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी और फिर सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक के बाद भी पार्टी, प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पायी है. कांग्रेस ने कहा था कि वो चुनाव से तीन महीने पहले प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी. लेकिन अब हाल ये है कि वो सूची जारी करने की तारीख भी नहीं बता पा रही है.
बताया जा रहा है कि शनिवार 20 अक्टूबर को दिल्ली में कांग्रेस की बैठकों का दौर फिर शुरू हो रहा है और इस बैठक में ही नाम फायनल होंगे.

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टिकट के लिए इतनी मारामारी और नेताओं में इतने मतभेद हैं कि चुनाव सिर पर होने के बाद भी दोनों दल नाम तय नहीं कर पा रहे हैं. लेकिन ये तय है कि दोनों दल भाई-भतीजावाद के सिवाय जिताऊ चेहरे ढूंढ़ रहे हैं.

 

By Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम

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