भोपाल। जो हमारी बात नहीं करेगा, वह मध्य प्रदेश और राजस्थान पर राज नहीं करेगा। यह बात राजपूत करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी ने कही। वे जातिगत आरक्षण और एट्रोसिटी एक्ट में हुए बदलाव के खिलाफ सपाक्स समाज संस्था की लड़ाई को समर्थन देने रविवार को भोपाल आए थे।
कलियासोत एडवेंचर ग्राउंड पर आयोजित संस्था की क्रांति रैली को संबोधित करते हुए कालवी ने कहा कि नोट और सोठ (लाठी) की चोट से ये लोग मानने वाले नहीं। हमें वोट पर चोट करनी होगी। महासभा में सपाक्स समाज संस्था का राजनीतिक रूप खुलकर सामने आया।
विभिन्न् समाजों के अध्यक्ष और पदाधिकारियों के अलावा मंच पर श्री राजपूत करणी सेना का राष्ट्रीय नेतृत्व मौजूद था। उन्होंने कहा कि हम जो चाहते हैं करके ही मानते हैं। बस और ट्रेन को रोक लोगे, मन को कैसे रोकोगे। सपाक्स जिस तौर पर समर्थन चाहता है, हम उसी तौर पर देने को तैयार हैं। कालवी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को माई का लाल बताया और कहा कि भागवत आरक्षण की समीक्षा के लिए चिंतित हैं।
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने भाजपा का बहिष्कार करने की घोषणा की। उन्होंने चेतावनी दी कि दो बार शांति से आए हैं, अबकी बार आएंगे तो मध्य प्रदेश को जाम कर देंगे। बसें रोकना, ट्रेन कैंसिल-डायवर्ट करना, इंटरनेट बंद करना और शहर से बाहर जगह देना, इसका प्रमाण है कि हमारा खौफ है।
सपाक्स समाज संस्था के संरक्षक डॉ. हीरालाल त्रिवेदी ने दो अक्टूबर को सपाक्स पार्टी की विधिवत घोषणा और 230 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान किया। उन्होंने कहा कि हम जाति, व्यक्ति, धर्म, क्षेत्र विशेष के खिलाफ नहीं। इनमें भेदभाव करने वालों के खिलाफ हैं। डॉ. त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि बड़े दलित अफसरों के दबाव में एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन हुआ है।