मध्यप्रदेश में डेयरी क्रांति की शुरुआत: NDDB और दुग्ध संघ के बीच हुआ बड़ा समझौता, हर ग्राम पंचायत में खुलेगा कलेक्शन सेंटर,1500 करोड़ के निवेश से किसानों की आय होगी दोगुनी
मध्यप्रदेश में डेयरी क्रांति की शुरुआत: NDDB और दुग्ध संघ के बीच हुआ बड़ा समझौता, हर ग्राम पंचायत में खुलेगा कलेक्शन सेंटर,1500 करोड़ के निवेश से किसानों की आय होगी दोगुनी

- मध्यप्रदेश में डेयरी क्रांति की शुरुआत: NDDB और दुग्ध संघ के बीच हुआ बड़ा समझौता
- हर ग्राम पंचायत में खुलेगा कलेक्शन सेंटर, 1500 करोड़ के निवेश से किसानों की आय होगी दोगुनी
कटनी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने डेयरी सेक्टर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। मध्यप्रदेश स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के बीच पांच साल के सहयोग अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह समझौता प्रदेश के लाखों दुग्ध उत्पादकों के लिए समृद्धि का द्वार खोलेगा।
हर ग्राम पंचायत में खुलेगा कलेक्शन सेंटर,1500 करोड़ के निवेश से किसानों की आय होगी दोगुनी
इस अनुबंध के तहत हर ग्राम पंचायत में दुग्ध कलेक्शन सेंटर खोले जाएंगे, दुग्ध समितियों की संख्या 6,000 से बढ़ाकर 9,000 की जाएगी, और प्रोसेसिंग क्षमता 18 लाख लीटर से 30 लाख लीटर प्रतिदिन की जाएगी। इससे प्रतिदिन दूध संग्रहण 10.50 लाख किलोग्राम से बढ़कर 20 लाख किलोग्राम हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह अनुबंध राज्य सरकार के संकल्प पत्र-2023 में किए गए वादों को साकार करेगा, जिसमें 2500 करोड़ रुपये के निवेश से दुग्ध अवसंरचना को सशक्त करने की बात कही गई थी। इसके अंतर्गत मिल्क कूलर, मिनी डेयरी प्लांट और चिलिंग सेंटर की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
सांची ब्रांड को मिलेगा नया बल
सांची ब्रांड को NDDB की विशेषज्ञता से और अधिक मजबूत किया जाएगा। ब्रांड का नाम यथावत रखा जाएगा और इसके संचालन में कोई अतिरिक्त परामर्श शुल्क नहीं लिया जाएगा। प्रबंधन में विशेषज्ञों की तैनाती की जाएगी, और वर्तमान कर्मचारियों के हितों की रक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी।
दूध खरीद प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए शिकायत निवारण तंत्र विकसित किया जाएगा। इससे न केवल दुग्ध उत्पादकों को सही मूल्य मिलेगा, बल्कि डेयरी क्षेत्र में विश्वास और स्थिरता भी बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि यह अनुबंध डेयरी क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत करेगा और प्रदेश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगा।
मध्यप्रदेश में डेयरी क्रांति की शुरुआत: NDDB और दुग्ध संघ के बीच हुआ बड़ा समझौता, हर ग्राम पंचायत में खुलेगा कलेक्शन सेंटर,1500 करोड़ के निवेश से किसानों की आय होगी दोगुनी