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15 Mar 2025, Sat

तो यहां से शुरू हुई इमरान खान को कोरोना वायरस का टेस्‍ट पॉजीटिव होने की अफवाह

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नई दिल्‍ली। पाकिस्‍तान में शुक्रवार का दिन लोगों के दिलों में बेहद उथल-पुथल भरा रहा। इसकी वजह बनी थी एक खबर। खबर थी कि पाकिस्‍तान में बढ़ते कोरोना वायरस की चपेट में प्रधानमंत्री इमरान खान भी आ गए हैं और उनका टेस्‍ट पॉजीटिव आया है। इस खबर के बाद लोगों में दहशत बढ़ गई और चर्चाओं का दौर भी शुरू हो गया। ये खबर पाकिस्‍तान में आग की तरह फैली और इसकी सुगबुगाहट राजनीतिक गलियारों तक भी जा पहुंची। खास बात ये भी रही कि जिस वक्‍त राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा हो रही थी उस वक्‍त इमरान खान पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।

इस तरह की अफवाहों पर विराम लगाने के लिए पाकिस्‍तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) के सांसद फैसल जावेद को दखल देनी पड़ी। उन्‍होंने एक ट्वीट कर इस खबर का खंडन करते हुए कहा है कि पीएम बिल्‍कुल सही हैं। फैसल ने अपने ट्वीट में अपील भी की कि इस तरह की झूठी और भ्रामक खबरों को न दिखाएं और लोग इन पर विश्‍वास न करें।

दरअसल, इस खबर को सबसे पहले लंदन बेस्‍ड न्‍यूज मीडिया एराइज वर्ल्‍ड न्‍यूज ने बतौर ब्रेकिंग न्‍यूज अपने टीकर पर चलाया था। ये खबर से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कोरोना वायरस का टेस्‍ट पॉजीटिव होने की पुष्टि हो चुकी थी। पूरी दुनिया इस खबर को लेकर चिंतित थी। इस बीच एराइज न्‍यूज ने इमरान खान को लेकर भी खबर चला दी। इसके बाद ब्रिटेन में रह रहे पाकिस्‍तान के नागरिकों ने इसको सोशल मीडिया पर डाला और बढ़ते-बढ़ते ये पाकिस्‍तान तक जा पहुंची। कुछ लोगों ने इस खबर का वीडियो बनाकर ट्वीट भी किया। लेकिन जब पीटीआई की तरफ से इसका खंडन कर दिया गया तो एराइज ने अपनी इस खबर को हटा लिया।

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आपको बता दें कि फैसल सांसद होने के अलावा इंफार्मेशन ब्रॉडकास्टिंग एंड हेरिटेज की स्‍टेंडिंग कमेटी के चेयरमेन भी हैं। इसके अलावा 1996 से वो इंफो-मेंबर कोर कमेटी के सदस्‍य भी हैं। इस खबर के सामने आने के बाद इस बात का एक बार फिर अंदाजा हो गया कि आखिर अफवाहों के दौड़ने की गति किस कदर तेज हुआ करती है।

गौरतलब है कि पाकिस्‍तान में कोरोना वायरस के चपेट में आने वाले मरीजों की संख्‍या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं वहां के बदइंतजामी की बदौलत भी इसमें इजाफा हो रहा है। खुद प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना है कि पाकिस्‍तान में इसको रोकने का न तो कोई मैनेजमेंट है, न ही ऐसा कोई इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर जिससे इसको रोकने में मदद मिले। इसके अलावा उन्‍होंने फंड की कमी को भी एक बड़ी वजह बताया है। इतना ही नहीं कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के बाद भी पाकिस्‍तान में कुछ जगहों पर एकजुट होकर नमाज पढ़ने की तस्‍वीरों ने पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया है। इसके बाद सरकार और राष्‍ट्रपति की तरफ से अपील की गई है कि इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।

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By Ashutosh shukla

30 वर्षों से निरन्तर सकारात्मक पत्रकारिता, संपादक यशभारत डॉट काम