भोपाल। तेलंगाना एक्सप्रेस के पहिए में मंगलवार रात 11:34 बजे अचानक आग लग गई। इसके कारण कोच एस-1 व उसके आसपास के अन्य कोचों में धुआं फैल गया। रात होने के कारण यात्री हो रहे थे, तभी एकाएक उन्हें धुएं से उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी।
कुछ देर बाद बच्चे और बुजुर्ग खांसने लगे। इससे कोचों में अफरा-तफरी मच गई। घबराए यात्रियों ने आधी रात को चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक ली। इसी बीच मौके पर रेलकर्मी भी पहुंच गए और अग्निशमन यंत्र की मदद से आग बुझाई।
दरअसल, हैदराबाद से नई दिल्ली के बीच चलने वाली तेलंगाना एक्सप्रेस (12723) मंगलवार रात 9.52 बजे भोपाल पहुंची थी। यहां से ट्रेन अगले स्टेशन के लिए रवाना हुई, जो रात 11.34 बजे कल्हार स्टेशन से गुजर रही थी। तभी ट्रेन के कोच एस-1 के पहिए व ब्रेक में आग लग गई।
यह घटना रेलवे ट्रैक पर गश्ती करने वाले ट्रैकमैनों ने देख ली और रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दी। ट्रेन को मंडीबामोरा स्टेशन पर रोकने के लिए तैयारी की जा रही थी। मौके पर रेलकर्मी भी आग बुझाने के लिए अग्निशमनयंत्र लेकर तैयार थे।
समय पर पता नहीं चला होता तो कोच में फैल जाती आग आ
ग बुझाने वाले रेलकर्मी श्यामलाल सिंह, बलराम सेन और गेटमैन अमित मौर्य ने बताया कि ट्रेन के पहिए में आग लगने की घटना समय पर पता नहीं चली होती तो आग पूरे कोच में फैल जाती। क्योंकि, आग पहिए के ऊपरी हिस्से तक पहुंच गई थी। जिसे बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
इनकी सजगता काम आई
1- कोच एस-1 में सफर करने वाले यात्री धुआं उठते ही समझ गए कि ट्रेन के किसी हिस्से में आग लगी है, जो फैल सकती है। उन्होंने तत्काल चेन पुलिंग करने का निर्णय लिया और ट्रेन रोक दी।
2- कल्हार स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर गश्ती करने वाले रेलकर्मियों ने भी पहिए से चिंगारी निकलती देख ली थी, उन्होंने भी रेलवे कंट्रोल को सूचना दे दी। इसके कारण रेलकर्मी पहले से अग्निशमन यंत्र लेकर तैयार थे।
एक महीने पहले श्रीधाम में भी लगी थी आग
जबलपुर से इटारसी के रास्ते हजरत निजामुद्दीन को जाने वाली श्रीधाम एक्सप्रेस के पार्सल कोच के पहिए में भी एक महीने पहले ब्रेक जाम होने से आग लग गई थी। इसके कारण ट्रेन को औबेदुल्लागंज के पास रोकना पड़ा था। यहां पर पार्सल कोच काटने के बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया था।