ग्वालियर. जीवाजी यूनिवर्सिटी समेत शहर के ज्यादातर सरकारी व अनुदानित कॉलेजों में छात्र संघ चुनावों में ABVP के कैंडिडेट्स को जीत मिली है। छात्र संघ चुनावों के लिए सोमवार सुबह से कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हो गया। दिन भर की गहमा गहमी के बाद ग्वालियर के 17 कॉलेजों में मतदान छिटपुट झड़पों के अलावा कमोबेश शांति से संपन्न हुआ। प्रशासन ने इसके लिए धारा-144 लगा कर हालात काबू में रखे।
शहर के 17 कॉलेजों में हुए छात्र संघ चुनावों में मुख्य रूप से ABVP, NSUI और DSO ने अपने समर्थकों को चुनाव जिताने पूरी ताकत लगा दी। हालांकि माधव कॉलेज को छोड़ सभी छात्र संघों पर ABVP काबिज हो गई। रिजल्ट आने पर महाराजा मान सिंह तोमर कॉलेज समेत कई कॉलेजों में NSUI ने नतीजों पर सवाल बी उठाए, इस पर मान सिंह कॉलेज में चुनाव निरस्त कर दिए गए।
छात्रसंघ चुनाव के पहले स्टूडेंट्स ने व्यक्तिगत तौर पर वोट डालने के लिए अपील की। इसके बाद सोमवार को सुबह से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
कुछ कॉलेजों में स्टूडेंट्स के बीच झड़प हो गई। हालांकि पुलिस पहले से तैयार थी, लेकिन यह झगड़ा नहीं बढ़ पाया। कॉलेजों में जिला प्रशासन ने धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। कॉलेजों में स्टाफ के साथ ही छात्रों के मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
कक्षा प्रतिनिधियों के लिए केवल यहां होगा मतदान
-जीवाजी यूनिवर्सिटी, एसएसपी, पीजीवी और मानसिंह कॉलेज में केवल 1-1, केआरजी में 10, वीआरजी में 15, एमएलबी में 8 तथा डॉ. भगवत सहाय कॉलेज में 5 कक्षा प्रतिनिधियों के चयन के लिए चुनाव हुआ।
-जीवाजी यूनिवर्सिटी, एसएसपी, पीजीवी और मानसिंह कॉलेज में केवल 1-1, केआरजी में 10, वीआरजी में 15, एमएलबी में 8 तथा डॉ. भगवत सहाय कॉलेज में 5 कक्षा प्रतिनिधियों के चयन के लिए चुनाव हुआ।
-जिन कॉलेजों में सीआर के लिए चुनाव नहीं हुए वहां केवल अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव व सहसचिव के लिए चुनाव हुआ।
ऑरिजनल दस्तावेज से स्टूडेंट्स ने किया मतदान
-कक्षा प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के मतदान के लिए मतदान पत्र कम्प्यूटर से तैयार किए गए थे। मतदाता को मतदान पत्र पर पेन से सही का निशान लगाना जरूरी था।
-कक्षा प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के मतदान के लिए मतदान पत्र कम्प्यूटर से तैयार किए गए थे। मतदाता को मतदान पत्र पर पेन से सही का निशान लगाना जरूरी था।
-सीआर के चुनाव के लिए उम्मीदवारों और छात्रों तथा शनिवार को हुई प्रक्रिया में जिन कक्षाओं में मेरिट या निर्विरोध रूप से सीआर चुने गए हैं उन्हें ही कॉलेज में प्रवेश दिया गया। इसके अलावा मतदाता को अपने ऑरिजनल शैक्षणिक दस्तावेज साथ ही प्रवेश दिया गया। कॉलेज प्रबंधन ने पहचान पत्र जारी किए उनके बगैर वोट नहीं डालने दिया गया।