भोपाल। भारतीय जनता पार्टी हमेशा शुभ मुहूर्त का ध्यान रखती आई है परंतु इस बार शुभ मुहूर्त भाजपा के हाथ से चूक गया। मध्य प्रदेश में नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह देवशयनी एकादशी के बाद होगा।
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार इन दिनों में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं। ताजा खबर यह है कि सभी संभावित मंत्रियों को भोपाल में रहने के निर्देश दिए गए हैं हालांकि सीएम शिवराज सिंह ने स्पष्ट किया है कि मंत्रिमंडल का विस्तार कल नहीं होगा।
30 जून 2020 को मंत्रिमंडल विस्तार और नवनियुक्त मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह की सभी तैयारियां पूरी हो गई थी परंतु ऐन वक्त पर सब कुछ रद्द हो गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 2 दिन तक दिल्ली में दौड़-धूप करते रहे परंतु जब मनोकामना पूरी नहीं हुई तो वापस लौट आए।
माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने जो लिस्ट तैयार की है उसी लिस्ट के अनुसार मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि 2 जुलाई 2020 को नए मंत्री शपथ ग्रहण करेंगे।
मध्यप्रदेश में एक बार फिर राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया है कि वरिष्ठ विधायकों को (जो पहले भी मंत्री रह चुके हैं) इस बार अवसर नहीं दिया जाएगा। ऑपरेशन लोटस में काम करने वाले युवा विधायकों को मंत्री पद दिए जाएंगे। केंद्रीय नेतृत्व की इस मंशा के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायकों में बेचैनी देखी जा रही है।