कटनी। भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त पद्मा शुक्ला को अब अपने समर्थकों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है। जानकार मानते हैं कि पद्मा का दांव अब उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। समर्थकों में इसे लेकर काफी नाराजगी है।
दरअसल पद्मा शुक्ला का पार्टी पर उपेक्षा का आरोप उनके समर्थको को आधारहीन लग रहा है। लगे भी क्यों न पद्मा भाजपा में उन सारे पदों पर काबिज रहीं जो पार्टी में कम ही लोगों को नसीब हो पाते हैं उदाहरण उनका केबिनेट पद का दर्जा ही है। कटनी में पहली बार समाज कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद पर पद्मा की ही ताजपोशी हुई थी।
यह पद कटनी में पहली बार किसी भाजपाई को प्राप्त हुआ। यही नहीं सन्गठन में राष्ट्रीय कार्यकारणी तथा उनके पति को भूमि विकास बैंक का लगातार कई वर्षों तक अध्य्क्ष भी पार्टी की कृपा से ही मिला। स्काउट गाइड में पद्मा लगातार कई वर्षों तक स्टेट डिप्टी कमिश्नर रहीं। दो बार भाजपा की टिकट के अलावा भी उनके सम्मान में पार्टी ने कोई कसर नहीं छोड़ी।
संगठनात्मक भी कई पदों पर पदमा शुक्ला या फिर उनके पति काबिज थे। लिहाजा अब उनके समर्थकों और भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को समझ मे आने लगा कि पद्मा का भाजपा छोड़ना उनकी अति महत्वाकांक्षा तथा पार्टी के साथ विश्वासघात है।
पद्मा शुक्ला के खिलाफ उन्हीं के समर्थकों का यही आक्रोश आज उनके ही गांव नन्हवाराकला में तब नजर आया जब यहां के करीब ढाई सौ लोगों ने भाजपा की विधिवत सदस्यता ले कर प्रदेश के नेतृत्व और यहां के विधायक तथा प्रदेश में मंत्री संजय सत्येन्द्र पाठक के प्रति आस्था और विश्वास व्यक्त किया।
विजयराघवगढ़ विधानसभा के ग्राम नन्हवाराकला के करीब 250 से ज्यादा लोगों ने आज राज्यमंत्री संजय सत्येंद्र पाठक की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम लिया।
नन्हवारा कला भाजपा से कांग्रेस में आई पदमा शुक्ला और शैलेन्द्र शुक्ला का गृह ग्राम है। भाजपा से जुड़ने वाले लोगों में बर्मन और साहू समाज के अधिकांश लोग शामिल हैं। इन लोगों ने मंत्री श्री पाठक के समक्ष संकल्प लिया कि विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को रिकार्ड मतों से विजयी बनाने के लिए मेहनत करेंगे।