भोपाल। सरकार से जाते ही कमलनाथ काफी आक्रामक मुद्रा में नजर आ रहे हैं। फिलहाल कोरोना संकट के चलते उनका विरोध भले ही पत्राचार तक हो लेकिन वे लगातार सीएम शिवराज को पत्र लिख रहे हैं। गत दिनों किसानों को लेकर लिखे पत्र के बाद आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कर्मचारियों को बढ़े हुए महंगाई भत्ता देने के फैसले पर शिवराज सरकार द्वारा रोक लगाए जाने को लेकर कड़ा पत्र लिखा है। कमलनाथ ने पत्र में कहा है कि कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश के कर्मचारियों को 5 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने का निर्णय केबिनेट की बैठक में लिया था।
कमलनाथ ने लिखा कि उनकी सरकार ने कर्मचारियों को छठवें और सातवें वेतनमान के रूप में 164 % ओर 17% महंगाई भत्ता देने का निर्णय लिया था। लेकिन आपकी सरकार ने इस निर्णय को एकतरफा रद्द किया गया जो दुराग्रह से ग्रसित नजर आ रहा है। उन्होंने सीएम शिवराज से सवाल किया कि क्या छोटे कर्मचारियों को न्याय देने का कार्य गलत कार्य है?
चुनी हुई सरकार के फैसले को आपकी सरकार बदल कर क्या बदले की राजनीति करने पर आमादा है। कमलनाथ ने कहा कि वह चुप नहीं बैठेंगे अगर कर्मचारियों के हित मे फैसला नहीं लिया गया तो वह सड़क से सदन तक इसका विरोध करेंगे।