खमरिया फैक्ट्री के एक्सप्लोसिव डिपो में टावर नंबर सात के पास पी-20 बिल्डिंग में सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात हुई इस घटना में भयंकर विस्फोट के साथ आस-पास के जंगल में आग भड़क गई।
आयुध निर्माणी खमरिया के एक्सप्लोसिव डिपो (ईडीके) में विस्फोट हो गया। करीब पौने तीन बजे रात में हुए इस विस्फोट में निर्माणी की एक बिल्डिंग के परखच्चे उड़ गए। इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन करोड़ों का कच्चा माल जरूर स्वाहा हो गया। घटना के बाद से ही निर्माणी के आला अफसर मौके पर जमा रहे। घटनास्थल घने जंगल में रहा इसलिए आस-पास के अनेक पेड़ों में आग लग गई। फायर ब्रिगेड की दर्जन भर से ज्यादा गाड़ियां आग पर काबू पाने जूझती रहीं।
खमरिया फैक्ट्री के एक्सप्लोसिव डिपो में टावर नंबर सात के पास पी-20 बिल्डिंग में सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात हुई इस घटना में भयंकर विस्फोट के साथ आस-पास के जंगल में आग भड़क गई। विस्फोट की आवाज करीब दो किलोमीटर दूर तक सुनी गई। हादसे के तत्काल बाद से ही काफी देर तक निर्माणी के हूटर बजते रहे। खबर लगते ही तमाम अधिकारी फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंच गए। अन्य निर्माणियों से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को बुलवा लिया गया। ओएफके के साथ ही वीएफजे, जीसीएफ, सीओडी और 506आर्मी बेस वर्कशाप की फायर ब्रिगेड आग बुझाने में जुटी रहीं।
जंगल की आग चुनौती
बिल्डिंग की आग पर नियंत्रण पा लिया है। लेकिन, ईडीके से लगे जंगल में अभी भी आग धधक रही है।फायर फाइटर्स का प्रयास है कि जंगल की आग को पूरी तरह से बुझा लिया जाए। क्यों गर्मी आ चुकी है, आसपास सूखे पेड़ भी हैं ऐसे में जरा सी आग घटना का आफ्टर शाक दे सकती है। नजदीक ही सेंट्रल आर्डनेंस डिपो भी है। इसलिए चुनौती और भी बड़ी है।
सौभाग्य रहा फ्यूज नहीं लगे थे
सूत्रों के अनुसार एक्सप्लोसिव डिपो में दूसरी निर्माणियों से तैयार होकर आया बारूद और ओएफके में बना विस्फोटक संग्रह करके रखा जाता है। अच्छी बात यह रही कि बारूद बमों में फ्यूज नहीं लगे रहे।
ईडीके फैक्ट्री परिसर से बहुत दूर है। घटना की जानकारी लगते ही त्वरित कार्यवाही करते हुए फायर बिग्रेड के सहयोग से आग पर काबू में कर लिया गया। –
अशोक कुमार, जीएम-ओएफके